एनटीन्यूज़: केदारनाथ धाम पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को तीर्थ पुरोहितों के विरोध का सामना करना पड़ा। तीर्थ पुरोहितों ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को संगम पुल पर रोका और वापस लौटा दिया।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि राज्य सरकार ने दो महीने का समय मांगा था, लेकिन सरकार वादाखिलाफी कर रही है।
देवस्थानम बोर्ड पर कोई फैसला ना आने से तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से तीर्थ पुरोहितों की वार्ता चल रही है। पिछले दिनों सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बनाई उच्च स्तरीय जांच समिति के अध्यक्ष मनोहरकांत ध्यानी ने
बीते दिनों साफ कर दिया था कि किसी भी कीमत पर देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं किया जाएगा। बोर्ड के एक्ट में लिखी गई अगर किसी धारा से पंडा समाज को आपत्ति है, तो उसका निस्तारण किया जाएगा।
अध्यक्ष मनोहरकांत ध्यानी ने कहा था कि देवस्थानम बोर्ड के एक्ट को किसी ने भी सही तरीके से नहीं पढ़ा है। इसलिए कुछ राजनीतिज्ञों के इशारे पर पंडा समाज विरोध कर रहा है। इसी के चलते आज केदारनाथ पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत का पण्डा समाज ने विरोध किया और उन्हें वापस लौटा दिया।