हरिद्वार स्तर पर हर वर्ष की भांति अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस को मनाने हेतु सिडकुल एवं बीएचईएल और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा मई दिवस आयोजन समिति का गठन किया गया है
मई दिवस आयोजन समिति की एक बैठक हिन्द मजदूर सभा हरिद्वार के सेक्टर एक कार्यालय में संपन्न हुई। समिति के कोर्डिनेटर फूड्स श्रमिक यूनियन आई टी सी के अध्यक्ष गोविंद सिंह ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर 30अप्रैल रविवार को प्रातः 10 बजे से चिन्मय डिग्री कॉलेज के पास एक मजदूर सभा होगी, और एक मई को दोपहर 2 बजे से एक बाईक रैली फाउन्ड्री गेट से चिन्मय चौक होते हुए राजा बिस्किट से डी एम कार्यालय रोशनाबाद हरिद्वार तक जायेगी।
उसके बाद मा. राष्ट्रपति महोदय को एक ज्ञापन डीएम हरिद्वार के माध्यम से सौंपा जाएगा।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में पूरी दुनिया के स्तर पर मजदूरों को प्राप्त श्रम अधिकारों को लगातार छीना जा रहा है ।भारत में भी भाजपा -आरएसएस नीत मोदी सरकार द्वारा 4 श्रम संहिताओं को बनाकर मजदूर वर्ग पर भीषण हमला बोला गया है ।मजदूरों के संगठित होने और हड़ताल करने के अधिकारों पर भारी चोट की गई है ।
मई दिवस आंदोलन के पश्चात प्राप्त 8 घण्टे कार्यदिवस के अधिकार पर भी इन श्रम संहिताओं में गहरी चोट की गई है । हम मजदूरों ने मई दिवस आंदोलन के जरिये 8 घण्टे कार्यदिवस का अधिकार पूंजीपतिवर्ग से छीना था ।किंतु वर्तमान समय में देश की विशाल मजदूर आबादी -असंगठित क्षेत्र के मजदूरों एवं संगठित क्षेत्रों में ठेका ,कैजुअल ,फिक्स टर्म ,ट्रेनी आदि के तहत नियोजित मजदूरों से 8 घण्टे कार्यदिवस का अधिकार व्यवहार में पहले ही छीना जा चुका है ।
आज भी अपने अधिकारों के लिये संघर्ष कर रहे मजदूरों का पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमों ,जेल व लाठी के बल पर दमन किया जा रहा है ।मारुति ,प्रिकॉल ,ग्रेजियानो आदि कंपनियों के मजदूरों को दी गई आजीवन कारावास की सजाएं मई दिवस आंदोलन के दौरान हे मार्केट स्क्वायर की यादों को ताजा कर देती है ।
देश के विभिन्न औद्योगिक केंद्रों में समय -समय पर आगजनी आदि के रुप में निरंतर हृदय विदारक दुर्घटनाएं घटित हो रहीं हैं ।जिनमें असंख्य मजदूरों की अकाल ही दर्दनाक मौतें हो रहीं हैं । छंटनी ,मिलबन्दी के नाम पर मजदूरों से उनका रोजगार छीना जा रहा है ।
नई आर्थिक नीति रद्द करो ,नई श्रम संहिताओं को वापस लो,न्यूनतम वेतनमान 25 हजार रुपये घोषित करो ,स्थाई काम पर लगे सभी मजदूरों को स्थाई करो ,ठेका प्रथा पर रोक लगाओ, रात की पाली में महिला मजदूरों से काम लेना बंद करो,सभी बेरोजगारों को सम्मान जनक रोजगार दो, रोजगार न मिलने तक बेरोजगारी भत्ता दो।एक मई को अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर सभी कारखानों व संस्थानों में अवकाश घोषित करो।
बैठक में हिन्द मजदूर सभा हरिद्वार से प्रेम चंद सिमरा , म्युनिसिपल बोर्ड कर्मचारी यूनियन से मुरली मनोहर फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के गोविंद सिंह, देव भूमि श्रमिक संगठन हिंदुस्तान युनिलीवर से ललित कुमार , भेल मजदूर ट्रेड यूनियन बीएचईएल से अवधेश कुमार, इंटक हरिद्वार से प्रशान्त कुमार गुप्ता, इंकलाबी मजदूर केंद्र के पंकज कुमार सीमेंस वर्कर यूनियन (c&s इलेक्ट्रिक लिमिटेड) महिपाल, एवरेडी मजदूर कमेटी के अनिल कुमार सैनी,कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो के महिपाल सिंह ,राजा बिस्किट मजदूर संगठन से ब्रज मोहन, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नासिर अहमद प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की दीपा , देवाशीष भट्टाचार्य, एवं उत्तराखंड हाईड्रोइलेक्ट्रिक इम्पालाइज यूनियन के संस्थापक व इंटक के राष्ट्रीय सचिव श्री अशोक टंडन जी। उपस्थित रहे।