राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में एंटी ड्रग सेल के तत्वधान में एक दिवसीय विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने इस संगोष्ठी में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि नशा कोई भी होखतरनाक होते हैं, लेकिन वर्तमान समय में जो युवा पीढ़ी ड्रग्स का सेवन कर रही है, जो कि सबसे खतरनाक है,यदि हमें उत्तराखंड को नशा मुक्त करना है,तो सबसे पहले अपने आपको देखना होगा तत्पश्चात अपने साथियों को नशे के खिलाफ जागरूक करें।प्राचार्य ने कहा यह आग ऐसी है जो पड़ोस में लगी है लेकिन एक ना एक दिन तुम्हें झुलस देगी ।

एंटी ड्रग्स सेल के नोडल अधिकारी डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा की यह अभियान केंद्र सरकार की योजना के तहत संचालित है, साथ ही उत्तराखंड सरकार के द्वारा इसमें बहुत बढ़-चढ़कर काम किया जा रहा है।और उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य है कि देवभूमि को 2025 तक नशा मुक्त करना है। सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुमन बडोनी जी ने कहां चिन्यालीसौड़ एजुकेशन हब के रूप में जाना जाता है,क्षेत्र को नशा से बचाया जा सकता है,इसके लिए हमें काम करना होगा।

इस अवसर पर थाना धरासू से सब इंस्पेक्टर विनोद पंवार जी ने कहा ड्रक्स मैं सबसे बड़ा नशा जो चल रहा है वह स्मैक का है, जो उत्तरकाशी जनपद में अत्यधिक मात्रा में मिल रहा है। जब तक हम सब युवा जागरूक नहीं होंगे,तब तक नशा नहीं रुकने वाला इसमें जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। उत्तरकाशी मैं चरस अब अधिक मात्रा में मिल रहा है।

महाविद्यालय में नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता श्री जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि हम अपने भविष्य को कैसे सुरक्षित करें नशा एक ऐसी लत है,जिससे युवा पीढ़ी को बचाना अनिवार्य है। संवाददाता अमर उजाला से गंभीर पाल सिंह परमार जी ने कहा समाज में नशे की जो कुरीतियां लगातार बढ़ रही है, यदि हमारे बच्चे किसी दूसरी सिटी में पढ़ने के लिए जा रहे हैं तो वह किसी न किसी रूप में नशे की ओर जा रहे हैं। यदि हम प्रयास करेंगे तो हम अपने समाज को अपने आसपास में जागरूकता फैलाएं तो निश्चित तौर पर सुधार संभव है। जिसका परिणाम आने वाली पीढ़ी को मिलेगा।

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से श्री नरेश शाह जी ने कहा कि नशे के खिलाफ चरणबद्ध तरीके से काम किया जा सकता है, भारत युवाओं का देश है और युवाओं को नशे से मुक्त करना हमारा परम कर्तव्य हो जाता है।

सामाजिक कार्यकर्ता श्री उम्मेद सिंह बिष्ट ने कहा कि बालक की एक अवस्था होती है यदि उसे नियंत्रित ना किया जाए तो वह नशे की ओर अग्रसर होता है। महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष श्री राजन महन्त ने कहा की चिन्यालीसौड़ में ड्रग्स और चरस का सेवन लगातार बढ़ रहा है जो युवा पीढ़ी को प्रभावित कर रहा है।

इस अवसर पर महाविद्यालय सभी प्राध्यापक एवं कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।