राजकीय महाविद्यालय थत्युड, विकासखंड जौनपुर, जनपद टिहरी गढ़वाल में छात्र/छात्राओं को भ्रमण द्वारा विभिन्न उत्पादों/ उघोगो की दी जानकारी
उत्तराखंड देवभूमि उद्यमिता योजना के तत्वाधान में प्राचार्य महोदय की अध्यक्षता में कार्यक्रम की संयोजिका डॉo गुलनाज फातिमा ने महाविधालय के 22 छात्र/छात्राओं को तथा डॉoसंदीप कश्यप, डॉo अंचला नौटियाल,डॉo नीलम, कार्यक्रम की ट्रेनर श्रीमती निर्मला के सानिध्य में महाविद्यालय से 90 किलो मीटर दूर जनपद देहरादून के सेलाकुई नामक स्थान पर दिवस का प्रथम भ्रमण सभी छात्र/छत्राओ को मशरूम उत्पादन का स्थान एवं मशरूम की अच्छी उत्पादन की बारीकियां मशरूम उत्पादक द्वारा बताई गई।
उसके पश्चात दिवस का दूसरा भ्रमण हथकरघा स्वयं सहायता समूह सेलाकुई में स्थित ग्राम शंकरपुर, पोस्ट ऑफिस रामपुर कलां, देहरादून में हथकरघा उद्योग की लागत, ऊन,कपास,आदि की कढ़ाई, बुनाई की मशीन इत्यादि से सभी छात्र/छात्राओं को समूह द्वारा सभी चीजों को बारीकी से समझाया गया।
जहाँ पर विभिन्न प्रकार की शाल,साड़ी,स्कार्फ,पंखी, फैब्रिक कमीज, खादी कुर्ता, कोट,ब्लेजर,पशमीना साड़ी,स्टॉल, टोपी आदि का निर्माण कैसे होता है, ये सभी चीजे हथकरघा उद्योग के मालिक एवं कारोगरो द्वारा सभी छात्र/छात्राओं को बारीक से बारीक जानकारी प्रदान की गई।
सभी छात्र/छात्राएं रुचिकर ढंग से प्रश्न कर कारीगरों से अपनी अपनी बात पूछ रहे थे। वही कारीगर बच्चो के प्रश्नों और समस्या का समाधान अपने जवाब द्वारा दे रहे थे।
दिवस का तीसरा भ्रमण उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक कला ऐपण द्वारा किया गया। जिससे कोई भी अपने लिए रोजगार के अवसर के रूप में ढूंढ सकता है।
मिट्टी के बर्तन जिसमे भोजन ज्यादा देर तक पौष्टिक रहता है, सभी बर्तनों पर हाथ से की गई कलाकारी अविस्मरणीय थी। जिसमे कॉटन के हाथ से सिले हुए कपड़े भी मनमोहक थे। धूपबत्ती,अगरबत्ती,अचार, जैम आदि सभी के निर्माण से हम अपने लिए रोजगार कर सकते हैं। सभी छात्र/छात्राओं द्वारा दिवस के तीनों स्थानों पर जाकर अत्यधिक रुचि से अपनी समस्या रखी तथा कारीगरों/समूह द्वारा उनकी समस्या का निदान किया गया।
इसके पश्चात सभी छात्र/छात्राओं, समस्त प्राध्यापक गणों ट्रेनर श्रीमती निर्मला एवं समस्त चालकों को उद्यमिता विकास योजना की संयोजिका डॉo गुलनाज फातिमा द्वारा सभी को भोजन एवं जलपान कराया गया।
भोजन के उपरांत सभी छात्र/छात्राओं को प्राध्यापक गणों द्वारा वाहन से ससमय राजकीय महाविद्यालय थत्युड, टिहरी गढ़वाल ले जाया गया।