राजकीय महाविद्यालय पौखाल टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड में महाविद्यालय के प्राचार्य जी के संरक्षण में हंस फाउंडेशन की ओर से वनाग्नि रोकने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमें हंस फाउंडेशन के सदस्य श्री ओमप्रकाश थपलियाल जी द्वारा विद्यार्थियों को वनाग्नि रोकने के लिए जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि हमारी लापरवाही से जंगलों की बहुत बड़ी हानि हो सकती है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. बी. आर. भद्री हिन्दी विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ. के. एल. गुप्ता भूगोल विभाग ने अपने विचार व्यक्त करते हुए वनाग्नि के कारण, वनाग्नि रोकने के उपाय बताते हुए विद्यार्थियों को अन्य लोगों को भी जागरूक करने के लिए कह।
कार्यक्रम के अन्त में प्राचार्य जी ने सबका मार्गदर्शन करते हुए कहा कि हम सबको आग व वनों के प्रति बिल्कुल लापरवाही नहीं करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि वनाग्नि से किस प्रकार जन-धन, पशु-पक्षि आदि प्रभावित होते हैं । इसलिए हमें स्वयं वनों के प्रति जागरूक रहकर अन्य लोगों को भी जागरूक करना है। जिससे वन सुरक्षित रह सकें तथा प्राणी जगत खुली हवा में सांस ले सकें।
इस अवसर पर प्राचार्य जी सहित प्राध्यापक डॉ. बी. आर. भद्री, डॉ. अंधरुति शाह, डॉ. संतोषी, डॉ. के. एल. गुप्ता, कर्मचारी श्री मनोज राणा, श्री राजेन्द्र सिंह राणा, श्रीमती कुसुम, श्री अनिल, श्री रोशन, श्री राजपाल, श्री गम्भीर व मीनाक्षी, श्वेता, पूजा, बबीता, हिमांशी, सुमन,रवीना,कोमल, नीतिका,टीना अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे।