आज दिनांक 29 सितंबर को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता रायपुर देहरादून में रोवर रेंजर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महाविद्यालय के रोवर लीडर डॉ दयाधर दीक्षित ने बताया कि रोवर तथा रेंजर की टीम राज्य पुरस्कार के लिए सतत प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है , उन्होंने बताया कि विगत वर्ष पहली बार महाविद्यालय के रोवर तथा रेंजर्स ने निपुण परीक्षा उत्तीर्ण की थी तथा आगामी राज्य पुरस्कार के लिए तैयारी शुरू कर दी थी।

डॉ दीक्षित ने बताया कि रोवर्स और रेंजर्स के माध्यम से छात्र-छात्राओं को स्वावलंबन समाज सेवा तथा व्यक्तित्व निर्माण के गुण विकसित किए जाते हैं उन्होंने बताया कि आपात परिस्थितियों में समाज अपनी मदद करने के लिए स्वयं सक्षम बन सके इसलिए रोवर्स तथा रेंजर्स को विभिन्न प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं ।

डॉक्टर दीक्षित ने बताया कि आपदा की स्थिति में रस्सियो बांस बल्लियों से पुल का निर्माण तथा आपदा एवं बचाव कार्य में सक्षम बनाने हेतु या प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। डॉ दीक्षित ने बताया कि रोवर रेंजर को राशियों से पुल निर्माण करना तथा आपात परिस्थितियों में जंगलों में तथा अन्य दुर्गम इलाकों में टेंट निर्माण करके सेवा कार्य संचालित करने का प्रशिक्षण दिया गया।

उन्होंने बताया कि रोवर्स के पास कुछ छोटे-मोटे यंत्र होते हैं जिनके माध्यम से वह जंगलों की बांस तथा लड़कियों को काटकर के सीमित संसाधनों में बेहतर सेवा प्रदान कर सकते हैं।

डॉ दयाधर दीक्षित ने बताया कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता के रोवर तथा रेंजर्स पहले भी आपदा एवं बचाव तथा एडवेंचर का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। तथा आने वाले समय में उत्तराखंड में आयोजित होने वाले आपदा प्रशिक्षण प्राप्त करने में भी छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रत्यावेदन दिया है ।

डॉ दयाधर दीक्षित ने बताया कि इसके पूर्व भी नशा उन्मूलन, क्रीमी उन्मूलन ,तथा स्वच्छता अभियान में भी रोवर्स तथा रेंजर्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।

इस अवसर पर रेंजर लीडर डॉ रेखा चमोली ने बताया कि पुल निर्माण तथा आपदा प्रशिक्षण प्राप्त करने में रेंजर्स ने विशेष उत्साह दिखाया है डॉ चमोली ने कहा कि प्रशिक्षण के उपरांत उसका अभ्यास कराया जाएगा जिससे प्रत्येक छात्र-छात्रा इस कार्य में दक्ष हो सके।

इस मौके पर रोवर देवांग रोहिला ने कहा की इस प्रशिक्षण से हमे बहुत कुछ सीखने को मिला साथ ही इस प्रशिक्षण से हमे आने वाले राज्य पुरूस्कार कैंप में भी काफी फायदा मिलेगा ।

इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर वंदना शर्मा ने कहा कि छात्राओं को प्रदान किए जाने वाला प्रशिक्षण ही समाज को मजबूत बनाएगा उन्होंने कहा कि भारत एक युवा देश है तथा विश्व की सबसे प्राचीनतम संस्कृति का वाहक है। इसलिए हमारे युवाओं पर दोहरी जिम्मेदारी है।

उन्होंने बताया कि रोवर्स तथा रेंजर्स की प्रार्थना में भी आपस में मिलजुल कर रहना तथा समाज को एक करने का सूत्र छिपा है । प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि प्रत्येक छात्र को इस तरह की गतिविधियों में स्वत प्रतिभा करना चाहिए तथा स्वयं में छिपे हुए गुणों को विकसित कर स्वयं को सक्षम बनाना चाहिए ।

प्रोफेसर वंदना शर्मा ने रोवर लीडर डॉ दयाधर दीक्षित रेंजर लीडर डॉक्टर रेखा चमोली सहित प्रशिक्षण प्रदान करने वाले श्री बीरेंद्र सिंह, दिव्या रावत, सचिन सिंह, प्रज्ञा राज मिश्रा , रोहित कंडारी, तथा अफरोजा खातून को को शुभकामनाएं और बधाई प्रधान की।

इसलिए अवसर पर रोवर देवांग रोहिला, सौरभ, समक्ष, विशेष, प्रिंस, सुभाष, अंकित रेंजर सिया राणा, खुशी पुंडीर अमृता, अंकिता, कामना, खुशी, आंचल आदि सहित 30 रोवर रेंजर प्रशिक्षण प्राप्त किया।