संविधान की पूर्व संध्या पर राजकीय महाविद्यालय नैनबाग टिहरीगढ़वाल में राजनीति विज्ञान विभाग के अंतर्गत “पिछले 75 सालों में भारत की संवैधानिक संस्थाओं का विकास” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया ।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव के द्वारा मुख्य वक्ता प्रोफेसर एम. एम.सेमवाल विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान विभाग हे.न.ब. गढ़वाल विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) के स्वागत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । कार्यक्रम की आयोजक डॉ.मधु बाला जुवाँठा ने भारतीय संविधान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए ब्रिटिश शासन काल के दौरान पारित प्रमुख चार्टर व अधिनियमों की भारतीय संविधान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला ।
व्याख्यान के मुख्य वक्ता प्रो.एम. एम. सेमवाल ने “पिछले 75 सालों में भारत की संवैधानिक संस्थाओं के विकास” पर विस्तृत व्याख्या करते हुए बताया कि 1950 से लेकर वर्तमान समय तक समस्त संवैधानिक संस्थाएं स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से अपने कार्यों का निर्वहन रही हैं ।
अंदरूनी समस्याओं के बावजूद देश ने बहुत कुछ हासिल किया है यही कारण है कि पूरा विश्व आज भारत की ओर देख रहा है । संविधान के संरक्षक के रूप में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए ऐतिहासिक निर्णयों ने संवैधानिक लोकतंत्र को मजबूती प्रदान की है । विधायिका द्वारा तीन तलाक कानून,धारा 370 और 35 A से संबंधित संशोधन भारत की एकता व अखंडता को सुनिश्चित करने में मील का पत्थर साबित हुए हैं ।
प्रो. सेमवाल ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं के आदर्शों के अनुरूप बहुत सारी उम्मीदें सपने आज भी अधूरे हैं जिन को पूरा करना बाकी है । राजनीति के बढ़ते अपराधीकरण पर उन्होंने चिंता जताई है ।
उन्होंने इस दिशा में न्यायालय एवं चुनाव आयोग द्वारा समय समय पर जारी दिशा निर्देशों को स्वस्थ लोकतंत्र को स्थापित करने की दिशा में सराहनीय कदम बताया है । साथ उन्होंने मजबूत लोकतंत्र को स्थापित करने के लिए मजबूत लोकतांत्रिक समाज की अनिवार्यता को आवश्यक बताया।
राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में मनाया गया संविधान दिवस
आज दिनांक 26 नवंबर 2022 को संविधान दिवस पर प्रभारी प्राचार्य परमानंद चौहान की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम के आयोजक डॉ दिनेश चंद्र ने छात्रों को संविधान दिवस पर संबोधित करते हुए उन्हें संविधान के अनुरूप व्यवहार करने को प्रेरित किया।
डॉ मधु बाला जुवांठा ने संविधान की प्रस्तावना का विस्तार से व्याख्या की तथा छात्रों को संविधान के प्रति जागरूक होने को कहा। कार्यक्रम के अंत में प्रभारी प्राचार्य परमानन्द चौहान ने सभी को संविधान दिवस की बधाई दी, तथा कार्यक्रम में प्रतिभाग करने का सभी को धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में श्री चतर सिंह श्री भुवन चंद एवं अन्य छात्राएं मौजूद रहे।