- नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने के लिए हिंदी साहित्य का ज्ञान होना जरूरी है: डा 0 एकता धारीवाल
दिनांक 8 फरवरी 2023 को जानकी देवी बजाज राजकीय कन्या महाविद्यालय, कोटा में हिंदी ग्रंथ अकादमी जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय विशाल पुस्तक प्रदर्शनी ( राजस्थान पुस्तक पर्व) का शुभारंभ किया गया I
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन कर किया गया I कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समाज सेवी डॉ एकता धारीवाल विशिष्ट अतिथि, डॉ रघुराज परिहार सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा विभाग कोटा, मुख्य वक्ता महाराणा कुंभा सम्मान से सम्मानित डॉ हुकुम चंद जैन, कोटा विश्वविद्यालय कोटा के रजिस्ट्रार आर.के. उपाध्याय, नंदा हिंदी ग्रंथ अकादमी से पधारे हुए चंद्र दत्त स्वामी रहे I
प्राचार्य डॉ संजय भार्गव ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि आज हमारे महाविद्यालय के लिए यह गौरव का विषय है कि हिंदी ग्रंथ अकादमी ने विशाल पुस्तक प्रदर्शनी के लिए इस महाविद्यालयों को चुना है I आज के युग में अच्छे साहित्य का ज्ञान बहुत जरूरी है और पुस्तकों से अच्छा मित्र कोई नहीं हो सकता है क्योंकि पुस्तकें ज्ञान और विज्ञान के भंडार के रूप हमारे साथ रहती है I अच्छी पुस्तकों का अध्ययन करने का तात्पर्य है की श्रेष्ठ व्यक्तियों व उनके विचारों को जानना, समझना और आत्मसात करना I
प्राचार्य ने इस कार्यक्रम में पधारे हुए सभी अतिथियों का पुष्पों द्वारा स्वागत किया I विशिष्ट अतिथि डॉ रघुराज परिवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि” पुस्तकों के लिए मेलों का आयोजन का मुख्य उद्देश्य पुस्तकों में निहित ज्ञान नई पीढ़ी को मिल सके हैं I आज की नई पीढ़ी का इस आधुनिक युग में इंटरनेट की वजह से पुस्तकों के प्रति रुझान कम हो गया है, इस तरह के शिविर आयोजित किए जाने चाहिए ताकि नई पीढ़ी का पुस्तकों के प्रति लगाव बढ़ाया जा सके I
मुख्य वक्ता डॉ हुकुमचंद जैन ने कहा की” हिंदी ग्रंथ अकादमी की स्थापना उच्च शिक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई थी Iराजस्थान की ग्रंथ अकादमी शेष प्रदेश की अकादमी से श्रेष्ठ है क्योंकि इसमें निरंतरता है I जब आप समस्याओं से ग्रसित हो, अंधकार या अवसाद में हो तब कला व साहित्य ही आपको उजाले की तरफ लेकर जा सकती है I
मुख्य वक्ता डॉ एकता धारीवाल ने अपने भाषण में कहा कि” नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने के लिए हिंदी साहित्य का ज्ञान होना बहुत जरूरी है और इस तरह की पुस्तक प्रदर्शनी कोटा जिले में आयोजित होती रहनी चाहिए ताकि आज की युवा पीढ़ी किताबों के प्रति जागरूक हो सकेI
इस अवसर पर डॉ जैन ने अपनी पुस्तक “राजस्थान का इतिहास, संस्कृति व विरासत” के 32वे संस्करण का विमोचन कियाI
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों को इसकी एक-एक प्रति भी भेंट कीI
महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र की सह आचार्य डॉ सुचिता जैन ने इस पुस्तक प्रदर्शनी से खरीद कर मूल्य 5001/- की पुस्तकें महाविद्यालय की लाइब्रेरी को भेंट स्वरूप प्रदान की I कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ स्मृति जौहरी ने किया I
पुस्तक प्रदर्शनी की संयोजिका एवं प्रभारी डॉ संगीता सिंह ने सभी अतिथियों , संकाय सदस्य और छात्राओं का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त कियाI कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ रेनू त्यागी एवं श्री गुरमीत सिंह ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया I
इस अवसर पर राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा के प्राचार्य डॉ0 अशोक गुप्ता राजकीय वाणिज्य कन्या महाविद्यालय कोटा की प्राचार्य डॉ 0 वंदना आहूजा उपस्थिति सह आचार्य एवं छात्राएं उपस्थिति थे।