• आस्था सक्सेना ने” पधारो म्हारे देश ” गाकर देश विदेश के पर्यटकों को आमंत्रित किया

एनटीन्यूज़: कल राजस्थान दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन नगर निगम उत्तर एवं पर्यटन विभाग के तत्वावधान में राजस्थान दिवस मनाया गया जिसमें राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों ने प्रस्तुतियाँ दी।

कार्यक्रम की शुरुआत गायिका एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एम्बेसेडर, आस्था सक्सेना ने अपने मांड गायन से की।

आस्था ने अपनी मधुर आवाज़ में पर्यटन विभाग राजस्थान के ऐन्थम – ‘‘ केसरिया बालमा पधारो म्हारे देश” ‘और’ म्हारा सायब बसे परदेस’ गाकर देश विदेश के पर्यटकों को भारत और राजस्थान आमंत्रित किया।

युवा लोक नर्तक कुणाल गंधर्व ने हाड़ौती के प्रसिद्ध लोक नृत्य बिंदोली एवं अग्नि भवई शानदार प्रस्तुति दी। बाड़मेर से आए पद्दे खां मागणियार ने खडताल वादन एवं नीबूडा नीबूडा गायन से पश्चिमी राजस्थान की लोक संस्कृति से दर्शकों को रूबरू कराया, कथक एवं लोक नृत्यांगना बरखा जोशी दल ने बृज संस्कृति को साकार करते हुए कृष्ण लीलाओं पर आधारित मयूर नृत्य एवं कथक नृत्य की मनमोहन प्रस्तुति दी,

अलवर के प्रसिद्ध महमूद खान दल ने भंपग और रुचिकर गायन से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया, बारां के छबडा से आये शिव नारायण कंजर दल ने चकरी नृत्य की मनमोहन प्रस्तुति दी। अलवर से आये छोटे लाल दल ने रिंग भवाई कुणाल गंधर्व ने अग्नि भवई की प्रस्तुति देकर राजस्थानी संस्कृति को साकार किया दीगोद से आए शांति लाल दल ने तेज़ाजी एवं कच्छी घोड़ी से लोक संस्कृति उत्सव का समापन योगीराज रसराज भगवान कृष्ण एवं गोपियों के महारास के साथ हुआ

राजस्थान संस्कृति के वीर चरित्रों का बखान किया कोरोना के लगभग दो साल बाद पर्यटन विभाग द्वारा राजस्थान दिवस अवसर पर यह बड़ा आयोजन था जिसमें दसों दलों के सभी कलाकारों ने बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति में कोरोना को हराने का जज्बा दिखाया।

किशोर सागर तालाब पर आयोजित समारोह में संभागीय आयुक्त दीपक नंदी, वर्धमान महावीर विश्व विद्यालय कोटा के कुलपति प्रोफेसर आर एल गोदारा, जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा, जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल, उप महापौर पवन मीणा पर्यटन विभाग के उप निदेशक विकास पंड्या, अतिरिक्त कलेक्टर राजकुमार सिंह जिला परिषद सीईओ ममता तिवाड़ी,सूचना जनसंपर्क विभाग के हरिओम गुर्जर, राज्य उपभोक्ता आयोग सदस्य राम फूल गुर्जर पर्यटन अधिकारी संदीप श्रीवास्तव, सहित बड़ी संख्या में हाड़ौती कला और संगीत जगत के कलाकार मौजूद थे।