आपदा प्रबंधन पर 6वी विश्व कांग्रेस की थीम strengthening climate Action & Disaster Resilience पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रायपुर महाविद्यालय की आपदा प्रबंधन समिति द्वारा किया गया।
जिसमे समिति के संयोजक डॉ0 धर्मेंद्र सिंह राठौड़ द्वारा मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदा के बीच अंतर को बताया गया ।उन्होंने कोरोना महामारी,केदारनाथ आपदा,गुजरात के भूकंप आदि आपदाओ का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि आपदा के समय हमारी तैयारी इतनी अच्छी हो कि हमारा कम से कम नुकसान हो। उन्होंने आपदाओं से बचाव के तरीके भी बताए।
इसी क्रम मे समिति की सदस्य डॉ0 सरिता तिवारी द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर विकसित और विकासशील देशों के दृष्टिकोण मे अंतर का उल्लेख करते हुए बताया गया कि तीसरी दुनियां के देश भी विकास के साथ साथ पर्यावरण के संरक्षण को लेकर सजग है किंतु उनके पास ऐसी तकनीक नही है जिससे वे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम कर सके ।
जबकि विकसित देश उनको इस प्रकार की तकनीक देने को तैयार नहीं है।हमारा प्रयास इस क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक को विकसित करने पर होना चाहिए ताकि आपदाओं को कम से कम किया जा सके।
समिति की सदस्य डॉ0 कविता काला ने आने वाले समय मे पानी के संकट पर प्रकाश डाला तथा उसके समाधान बताए।
कार्यशाला मे डॉ0कविता काला, डॉ0आशुतोष मिश्रा, डॉ0ऋतु कश्यप , डॉ0सरिता तिवारी, डॉ0 प्रत्युषा ठाकुर , डॉ0उमा पपनोई एवम छात्र छात्राएं उपस्थिति रहे।