राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में एन0एस0एस0 के तत्वावधान में एक दिवसीय शिविर के अंतर्गत सर्वप्रथम राज्य स्थापना दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी के उद्बोधन से हुआ,उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भौगोलिक रूप से धनी प्रदेश है यहां का भूगोल, रहन-सहन, खान-पान मैदानी क्षेत्रों की तुलना में भिन्न है इसलिए इसको अलग राज्य बनाना आवश्यक था। साथ ही उन्होंने छात्र-छात्राओं को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ0 शैला जोशी ने उत्तराखंड निर्माण में बलिदान देने वाली महिलाओं ,स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की महत्ता पर प्रकाश डाला।
स्थापना दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के छात्र राजन महंत ,जितेंद्र नाथ,जतिन ,जितेंद्र, पायल आदि ने अपने विचार रखे । छात्रा नंदिनी ,अनामिका राणा ,विनीता, आशा गोदाम्बरी एवं साक्षी आदि ने स्थापना दिवस के अवसर पर गायन एवं नृत्य द्वारा उत्तराखंड की संस्कृति की झलक प्रस्तुत की।
वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ0 अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड छोटे राज्य के रूप में अस्तित्व में आया ताकि प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक विकास हो सके ।
इतिहास के प्राध्यापक डॉ0 खुशपाल ने कहा कि उत्तराखंड में प्राचीन काल से सभ्यताओं का विकास हुआ है।उत्तराखंड भौगोलिक एवं प्राकृतिक सौंदर्य में अग्रणी है तथा इन संसाधनों का उपयोग एक सुनियोजित प्रक्रिया के तहत किया जाना चाहिए।
शिक्षा शास्त्र के प्राध्यापक डॉ0 कुलदीप ने कहा कि उत्तराखंड युवा प्रदेश है जो अपने विकास के मार्ग पर अग्रसर है। साथ ही उन्होंने मसूरी कांड ,खटीमा कांड, मुजफ्फर कांड के बलिदान शहीदों के योगदान पर भी चर्चा की।
कार्यक्रम का संचालन एन0एस0एस0 कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 कृष्णा डबराल ने किया और उन्होंने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के विषय पर अपने विचार रखें तथा कहा कि उत्तराखंड स्थापना दिवस मनाने का उद्देश्य तभी सार्थक होगा जब हम सभी अपने कर्तव्यों का अच्छी तरह से निर्वहन करेंगे जिससे कि उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बन सके।
गृह विज्ञान की प्राध्यापिका डॉ0 मोनिका असवाल ने कहा कि अलग राज्य बनने से उत्तराखंड वासियों को सरकारी सेवा एवं रोजगार के अवसर प्रदान हुए हैं।
स्थापना दिवस के आयोजन के पश्चात एन0एस0एस0 के स्वयंसेवकों ने एक दिवसीय शिविर के अंतर्गत नगर पालिका परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया।
इस अवसर पर डॉ0 विक्रम सिंह, डॉ0 प्रमोद नेहरा, डॉ0 रजनी लस्याल, डॉ0 दिनेश चंद्र ,डॉ0 बृजेश चौहान,डॉ0 विनीत कुमार डॉ0 दीपक धर्म सक्तु,श्रीमती संगीता थपलियाल, श्री मदन सिंह, श्रीमती विजयलक्ष्मी ,श्रीमती हिमानी रमोला आदि उपस्थित रहे।