वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में आज आजादी के अमृत महोत्सव एवं आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में “हर घर तिरंगा, घर-घर तिरंगा” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफे (डॉ) जी आर सेमवाल द्वारा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य द्वारा ध्वजारोहण, राष्ट्रगान एवं शहीदों को नमन एवं वंदन करके किया गया।
इसके पश्चात महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफे आर एस गंगवार के द्वारा महाविद्यालय मुख्यशास्ता डॉ राखी डिमरी, एनसीसी अधिकारी डॉ अमित गुप्ता, बीबीए समन्वयक डॉ आर पी बडोनी, राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ राकेश मोहन नौटियाल एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजकुमारी भंडारी, रोवर एंड रेंजर लीडर डॉ माधुरी रावत, बी एड संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ रुचि बहुखंडी, योग विभाग के विभाग प्रभारी श्री अमित नेगी, मीडिया प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ दीप्ति बगवाड़ी एवं सदस्य डॉ डी के भाटिया, कार्यालय का नेतृत्व कर रहे हैं
महाविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री मनमोहन, समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी गण व छात्र छात्राओं को तिरंगा रैली कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया गया व कार्यों को समझाते हुए रैली को सफल बनाने के लिए आह्वान किया गया।
प्राचार्य के दिशा निर्देशन में एक भारत श्रेष्ठ भारत व आजादी के अमृत महोत्सव समिति के संयोजक डॉ आशाराम बिजलवान के नेतृत्व में *हर घर तिरंगा- घर-घर तिरंगा* जागरूकता रैली महाविद्यालय प्रांगण से डाकपत्थर बाजार चौक तक सम्पन्न की गई।
तिरंगा रैली की शान महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने बढ़ाई, जिसमें एनसीसी कैडेटस, एनएसएस स्वयंसेवी, रोवर एंड रेंजर्स के छात्र-छात्राएं, बी एड विभाग के छात्र-छात्राएं, बीबीए विभाग के छात्र-छात्राएं, योग विभाग के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर अभियान में योगदान दिया।
प्राचार्य द्वारा समस्त प्राध्यापक व छात्र-छात्राओं को तिरंगा व इससे जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तिरंगे में व्याप्त केसरिया,सफेद, हरा रंग एवं बीच में 24 तीलियों से सुशोभित नीले रंग का चक्र, जिसे अशोक चक्र कहा जाता है, इनका प्रतीकात्मक संदेश समझना अत्यंत आवश्यक है। केसरिया रंग ‘त्याग और बलिदान’, सफेद रंग, ‘शांति,एकता और सच्चाई’, हरा रंग ‘विश्वास और उर्वरता’और नीले रंग का चक्र जिसमे नीला रंग ‘आकाश, महासागर और सार्वभौमिक सत्य’ को दर्शाता है, वहीं इसमे बनी 24 तीलियाँ मनुष्य के 24 गुणों (धर्म मार्ग) जैसे: संयम, आरोग्य, शांति, त्याग, शील, सेवा, क्षमा, प्रेम, मैत्री, बंधुत्व, संगठन, कल्याण, समृद्धि, उद्योग, सुरक्षा, नियम,समता, अर्थ( धन का सदुपयोग), नीति, न्याय, सहकार्य, कर्तव्य, अधिकार एवं बुद्धिमत्ता को दर्शाती हैं।
इसलिये देश के विकास के लिए प्रत्येक मानव के अंदर इन गुणों का समावेश होना अत्यंत आवश्यक है।
रैली में प्राध्यापक वर्ग में डॉ अरविंद अवस्थी, डॉ रोशन केस्टवाल, डॉ पूजा राठौर, डॉ नीलम ध्यानी, डॉ रुचि बडोनी, डॉ योगेश भट्ट, डॉ पूजा पालीवाल, डॉ अशोक कुमार, डॉ प्रिंसी, डॉ सत्येंद्र, डॉ कविता, योगाचार्य श्रीमती पूजा, श्रीमती रीना, सुश्री दीपा, कर्मचारी वर्ग में श्री विमल डबराल,श्री अशोक कंडारी, श्रीमती शीतल, श्रीमती मीनाक्षी, श्रीमती सोनी, श्रीमती अनीता, श्री दीपक, श्री खजान, श्री चेतराम, श्री सुनील मैठानी, श्रीमती सविता एवं छात्र व छात्रा वर्ग में लक्ष्मी, हर्ष कुमार, तुषार, काजल, स्वीटी अरुण, राकेश, मोहित, राहुल, आशीष, प्रशांत, गौरव, सिमरन नैना, पलक, तनीषा, पल्लवी,आयुषी ज्योति, आदेश, रूपा, कल्याणी, मानसी, नीलम, मोनिका, आदि उपस्थित रहे।