• प्रार्थना सद्ज्ञान, न्याय एवं प्रेम के पक्षधर – भगवान श्री कृष्ण से....

देवेंद्र कुमार सक्सेना एक समाज संस्कृति सेवी, तबला वादक, राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा का श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर योगीराज श्री कृष्ण से प्रार्थना… शब्द चित्र ….द्वारा

यदा-यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारतम् ।
अभ्युत्थानम् मधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्हम् ।।

 

हे योगेश्वर! हे घनश्याम !
अधर्म, अत्याचार संकीर्णता
से विश्व संकट में है…..
अधर्मियों ने मानवता को अपने ही मकड़ जाल में जकड़ लिया…है

अंधकार और आसुरी वृत्तियों से मानवता मार्ग भ्रमित हो रही है …. प्रीति पावन कहीं खो रही है भाव संवेदना सो रही है……
धर्म, जाति, वर्ग, वर्ण
भाषा, प्रांत, ऊंच, नीच के नाम पर मनुष्यता कुंठित हो रही है।
मनुष्य विश्व वसुंधरा को रक्त रंजित कर रहा है…

मीरा, राधा, गोप – ग्वालों, गो माता के प्रति आपके निष्छल
प्रेम समर्पण को लोग भूलते जा रहे हैं…
दुष्कर्मी, दुष्चरित्र, वासना की ज्वाला में जल रहे हैं . गोमाता के प्राण संकट में पड़ रहें हैं ..
हे न्यायाधीश कृष्ण! अब अन्यायी, अत्याचारी, व्यभिचारी कंसो को सद्बुद्धि दे पुनः न्याय नीतियों की रक्षा कर दो…

हे प्रभु समाज, राष्ट्र एवं विश्व में एकता, शांति, हेतु वसुधैव कुटुम्बकम के भावों ..को.. प्रचारित करें…दो .

मन अंतःकरण का अंधकार मिटाकर सद्ज्ञान, न्याय एवं प्रेम की ज्योति प्रज्ज्वलित कर ….दो

नवल सृजन में चित् लगा दो।

देवेंद्र कुमार सक्सेना
तबला वादक संगीत विभाग राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा