हरिद्वार: उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा-2 में पिछले साल आरोहण के दौरान हिमस्खलन हुआ था। इस बर्फीले तूफान में 27 पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी।

अब उस हिमस्खलन में लापता हुए निम के प्रशिक्षु पर्वतारोही का शव एक साल बाद बरामद हुआ। शव की पहचान नौसेना में नाविक विनय पंवार के रूप में हुई।

परिजनों ने 1 साल के बाद अपने बेटे का शव देखा तो बिलख पड़े। विनय पंवार हरिद्वार के हरिपुरकलां के रहने वाले थे।

शुक्रवार सुबह नाविक विनय का शव प्रशासन और नौसेना के अधिकारी उनके आवास पर लेकर आए। यहां पार्थिव शरीर को दस मिनट के लिए रखा गया।

इसके बाद पार्थिव शरीर को खड़खड़ी शमशान घाट पर ले जाया गया। इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।

बता दें कि 1 वर्ष पहले उत्तरकाशी के द्रोपदी क्षेत्र के डांडा में आए बर्फीले तूफान में फंसकर लापता हुए हरिद्वार के पास हरिपुर कलां क्षेत्र निवासी 29 वर्षीय विनय पंवार इंडियन नेवी में तमिलनाडु के रामेश्वरम में तैनात थे। पर्वतारोहण कीइएडवांस ट्रेनिंग के लिए निम उत्तरकाशी गए थे।

चार अक्टूबर 2022 की सुबह निम के एडवांस कोर्स का प्रशिक्षु व प्रशिक्षक दल समिट कैंप से डीकेडी आरोहण के लिए निकला था। इसी दौरान दल में शामिल दो प्रशिक्षक और 29 प्रशिक्षु पर्वतारोही हिमस्खलन की जद में आ गए थे।

इनमें से 27 के शव बीते वर्ष ही बरामद कर लिए गए, जबकि देहरादून निवासी विनय पंवार और आर-131, सेक्टर-4, नोएडा (उत्तर प्रदेश) निवासी सेना अस्पताल लखनऊ में चिकित्सक ले. कर्नल दीपक वशिष्ठ लापता चल रहे थे।

इन दो प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की तलाश के लिए इस बार निम ने अपने एडवांस कोर्स के साथ अभियान चलाया। इस अभियान का नेतृत्व स्वयं निम के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमन भदौरिया कर रहे हैं।

बुधवार सुबह डीकेडी स्थित घटनास्थल के क्रेवास से विनय पंवार का शव बरामद हुआ। दूसरे की तलाश जारी है।

उत्तरकाशी कोतवाली में तैनात निरीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि विनय को बचपन से ही साहसिक खेलों और पर्वतारोहण का शौक था।

फरवरी 2023 में उनकी शादी होनी थी, लेकिन इससे पहले ही हिमस्खलन हादसे में वह दुनिया से विदा हो गए। मुताबिक, उनको निम की ओर से विनय का शव मिलने की सूचना दी गई।

विनय का सपना एवरेस्ट पर्वत पर चढ़ने का था। वह अक्सर एवरेस्ट के बारे में बात करता था। विनय ने पर्वतारोहण का प्राथमिक कोर्स कर लिया था। वर्ष 2019 में उसने रुद्राखेड़ा पिक फतेह की। बीते वर्ष वह निम में 28 दिन के एडवांस कोर्स के लिए गया था।