मनोज सैनी, हरिद्वार: ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्रांतर्गत सिखौला चौक नील खुदाना, ज्वालापुर स्थित वरिष्ठ पत्रकार के घर लाखों की नगदी चोरी का मामला सामने आया है।
पत्रकार ने कोतवाली, ज्वालापुर में तहरीर देते हुए बताया कि मैं कौशल सिखोला पुत्र स्व0 पंडित सीताराम सिखौला ज्वालापुर के मौहल्ला नील खुदाना, सिखौला चौक का निवासी हूं। मेरे बच्चे बाहर नौकरी करते हैं और घर पर मैं और पत्नी दोनों ही रहते हैं।
मेरा जीवन पुरोहताई की गद्दी और 53 वर्षों से चली आ रही पत्रकारिता के आधार पर चलता है। हम दोनों वरिष्ठ नागरिक हैं और हमारी उम्र 70 प्लस है। मेरे पास दो दो हजार के चार लाख बीस हजार नोट थे, जिन्हें सोमवार को बैंक खाते में जमा करना था। दो दो लाख की दो गडियां थी। इनके पास ही घर खर्च के लिए प्लास्टिक के लिफाफे में पांच सौ के नोट भी रखे थे। कुछ ज्वैलरी भी इस बैग में भी दो हजार के दस नोट थे। ये नोट मुझे सोमवार को बैंक खाते में जमा करने थे। ये नोट हमारे बैड के सिरहाने बने बाक्स में रक्खे हुए थे।
27 मई को हमारे पड़ोस में कैलाश चंद्र के मकान में रहने वाली अनिता धीमान पत्नी सीताराम धीमान मेरी पत्नी के पास शाम के समय आई। पत्नी से उसने कहा कि उसने छोटी इक्कड़ में 4 लाख के एक प्लाट का सौदा किया है। एडवांस के लिए 25 हजार दे दो। पत्नी ने पहले मना किया फिर वह आग्रह करने लगी तो पत्नी ने मेरा हवाला देते हुए कहा कि उनसे बात करूंगी। तब वह अगले दिन आने की बात कहकर अपने घर चली गई।
अगले दिन 28 मई को दोपहर एक बजे मैं हरिद्वार मकान पर जा रहा था। चूंकि घर के बाहर गैलरी में पड़ौसी का निर्माण कार्य चल रहा है, अतः स्कूटर वहां खड़ा करने के बजाय मैं बाहर सड़क पर अपने गैरेज में खड़ा कर रहा हूं। मैंने पत्नी से कहा कि वह मेरे साथ चले और मेरे जाने के बाद गैरेज पर ताला लगा आए। हम दोनों चंद कदम दूर गैरेज पर आए और घर का खाली दरवाजा बंद कर गए। मेरे स्कूटर निकाल लेने के बाद पत्नी दो चार मिनट पाइप खोलकर गैरेज से मिट्टी साफ करने लगी और ताला लगाकर घर आ गई। घर आने पर उसने देखा कि लकडी की अलमारी वाला बैग की चेन खुली पड़ी है लेकिन उसमें मेरे नाम से छपी अखबारों की क्टिंग्स ही थी। बाहर टेबल पर पत्नी का पर्स रखा था जिसमें करीब दस हजार पांच सौ के नोट थे, वे चुरा लिए गए। बाद में पलंग के पीछे बना रैक खोलकर दो दो हजार के नोटों की दो गड्डी (चार लाख), प्लास्टिक के पर्स में रखे दो दो हजार के दस नोट और काफी मात्रा में पांच सौ के नोट चुरा लिए गए। चोर केवल दो हजार के तमाम नोट और पांच सौ के करीब तीस हजार रुपए चुराकर ले गया।
पत्नी घर लौटी तो उसने बैग खुला देखा और पलंग में रखा सामान देखा। समान नदारद देख कर हमारा शक अनीता पर गया। हमारा शक है कि रुपए वही चुराकर ले गई ताकि प्लाट खरीद सके। अनीता से हमने कई बार पूछा। वह उल्टी सीधी बातें कर रही हैं। कहती है कि उस दिन दोपहर से लेकर शाम तक वह पड़ौस में काम करने गई थी। कभी कहती है कि वह रुपए ले जाती तो बाकी रुपए क्यों छोड़ जाती। हमारा शक है कि रुपए अनीता ही ले गई है। आपसे निवेदन है कि इस चोरी का पता लगाकर मेरी धनराशि बरामद कराई जाए।
ज्वालापुर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरक्षक संतोष सेमवाल ने बताया तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।