हरिद्वार: धनोरी पी.जी. कॉलेज, धनौरी के एंटी ड्रग्स समिति एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) समिति के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 11 फरवरी 2025 को “नशा मुक्ति उत्तराखंड” विषय पर एक भव्य जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
इस रैली का उद्देश्य छात्र-छात्राओं एवं स्थानीय समुदाय को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना और नशा मुक्त समाज की दिशा में सकारात्मक पहल करना था।
रैली का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) विजय कुमार, एंटी ड्रग्स समिति की प्रभारी डॉ. प्रियंका कुमारी (मलिक )एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ. अमरदीप की अध्यक्षता में हुआ।
रैली महाविद्यालय परिसर से आरंभ होकर धनौरी गांव होते हुए पुनः महाविद्यालय परिसर में संपन्न हुई। इस दौरान छात्रों ने “नशा मुक्त समाज – स्वस्थ भविष्य”, “युवाओं का नारा – नशा मुक्त हो देश हमारा” जैसे नारे लगाकर नशा विरोधी संदेशों का प्रचार किया।
एंटी ड्रग्स समिति की प्रभारी डॉ. प्रियंका कुमारी (मलिक) ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है, जो युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बना सकती है। इस प्रकार की जागरूकता रैलियां समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होती हैं।
सहायक आचार्य डॉ. हरीश रावत ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि नशे से दूर रहकर हमें अपने करियर एवं समाज के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए। एक शिक्षित युवा ही समाज को सही दिशा में ले जा सकता है।
राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के प्रभारी डॉ. अमरदीप ने बताया कि NSS के माध्यम से महाविद्यालय निरंतर सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है और भविष्य में भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) विजय कुमार ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि नशा न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से हानिकारक है, बल्कि यह समाज को भी कमजोर करता है। छात्र-छात्राओं को इस तरह के अभियानों के माध्यम से जागरूक बनाना, एक स्वस्थ और विकसित समाज की ओर बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है।
एंटी ड्रग्स समिति के सदस्य डॉ. प्रियंका त्यागी, डॉ. विश्वजीत सिंह, डॉ. रोमा, श्री अंकित कोहली
राष्ट्रीय सेवा योजना समिति से सदस्य डॉ. किरन महाविद्यालय के समस्त सहायक आचार्य गण एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इस आयोजन ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं स्थानीय समुदाय को नशा मुक्त समाज की दिशा में एकजुट होने की प्रेरणा दी। भविष्य में भी महाविद्यालय इसी प्रकार के जागरूकता अभियानों को निरंतर जारी रखेगा, ताकि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सके और एक स्वस्थ, सशक्त समाज का निर्माण किया जा सके।