संजीव शर्मा,,एनटीन्यूज़,हरिद्वार: आज धर्मनगरी हरिद्वार के शाम्भवी धाम भूपतवाला में धर्म संसद की कोर कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में कोर कमेटी के सभी सदस्य मौजूद रहे। कोर कमेटी की बैठक में सभी संतो ने निर्णय लिया कि धर्म संसद के संतो के ऊपर दर्ज किए गए फर्जी मुकदमें और सरकार के द्वारा एसआईटी गठित करना जो कि मुख्यमंत्री के निर्देश से हुई है, उससे संतो के भीतर आक्रोश है। संतों का कहना है कि दुष्टों की दुष्टता के बारे में समाज को सजग करना संतो का काम है और यह हमारे शास्त्रों में लिखा है इसमें कोई अपराध नहीं है, हिंदू समाज के हितों के लिए लड़ना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है न कि कोई घृणा को बढ़ाने वाला भाषण।

बैठक में आक्रोशित संतो ने कहा कि सरकार उन लोगों के खिलाफ़ कोई मुकदमा क्यों नही करती जो आये दिन मनु स्मृति जलाते हैं, गीता जलाते हैं, हमारी देवी-देवताओं की प्रतिमा तोड़ते हैं उनका अपमान करते हैं, खुले आम सड़क पर प्रदर्शन करके लोगों के गले काटने की बात करते हैं, राष्ट्र और भारत माँ की अस्मिता को आये दिन सरे बाजार बेइज्जत करते हैं, सड़क पर आखिरी कलमा पढ़कर कत्लों गैरत की बात करते हैं, उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री के निर्देश से सरकार के द्वारा एसआईटी गठित कर संतों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज करने से सरकार का हिंदू संतो के प्रति जो दृष्टिकोण है वह जनता के सामने प्रगट हो चुका है।

अतः संपूर्ण हिंदू समाज एवं संत समाज आक्रोशित है हिंदू समाज एवं संत समाज के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए धर्म संसद की कोर कमेटी ने निर्णय लिया है कि आगामी 16 जनवरी 2022 को बैरागी कैंप में संपूर्ण प्रांत के हिंदू प्रतिकार सभा का आयोजन करेंगे।

जिसमें संतों के विरुद्ध किए गए मुकदमा एवं एसआईटी गठन का प्रतिकार किया जाएगा। इस प्रतिकार सभा में प्रदेशभर के हिंदू सम्मिलित होंगे।