हरिद्वार: हरिद्वार जनपद में दूल्हे को दहेज मांगना भारी पड़ गया। दूल्हे की दहेज की मांग पर गुस्साए लड़की वालों ने पूरी बारात को ही बंधक बना लिया और फिर 20 लाख रुपए लेकर दूल्हे व बारातियों को छोड़ा।

दूल्हे और बारात को बंधक बनाने का मामला सामने जनपद के मंगलौर से सामने आया है। बताया जा रहा है कि दूल्हे ने दहेज में 15 बीघा जमीन की मांग की थी।

दूल्हे की इस मांग को लड़की वालों ने मानने से इंकार कर दिया, जिसके बाद दूल्हा बिफर गया। जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया और लड़की वालों ने भी दूल्हे समेत पूरी बारात को बंधक बना लिया। दूल्हे के परिजनों ने करीब 20 लाख रुपए देकर अपनी जान छुड़ाई।

जानकारी के मुताबिक मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले युवक का रिश्ता भगवानपुर थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती से हुआ था। 25 अप्रैल को वर पक्ष बारात लेकर दुल्हन के यहां पहुंचा। बताया जा रहा है कि लड़की वालों की तरफ से दूल्हे को दहेज का सामान और उसकी पसंद की कार खरीदने के लिए करीब दस लाख रुपए नकद दिए गए थे, जिससे दूल्हे ने स्विफ्ट कार खरीदी।

बताया जा रहा है कि दूल्हे को दहेज में मिला कुछ सामान पसंद नहीं आया था, जिस पर दुल्हन के परिजनों ने वह सामान बदलकर दूसरा भेज दिया। इतना सब मिलने के बाद भी दूल्हे और उसके परिजनों की डिमांड खत्म नहीं हुई। 25 अप्रैल को निकाह पढ़ने से पहले दूल्हे ने दहेज में 15 बीघा जमीन की और मांग कर दी, जिस पर दुल्हन के परिवार के लोगों को गुस्सा आ गया।

दूल्हे की इस मांग पर लड़की वालों को गुस्सा आ गया और उन्होंने जमीन देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। जिसके चलते लड़की वालों ने निकाह करने से इंकार कर दिया। बताते हैं कि लड़की के माता-पिता नहीं हैं। उसका निकाह उसके ताऊ कर रहे थे।

मामला इतना बढ़ा की लड़की के घर वालों ने दूल्हे के पिता को चारपाई पर लिटा कर उसे कमरे में बंद कर दिया और बारात को बंधक बनाकर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया। इसके बाद गांव के प्रतिष्ठित लोगों के साथ मिलकर बीच का रास्ता निकाला।

लड़की वालों ने शादी के खर्च हुए रुपयों की मांग लड़के वालों के आगे रखी। आखिर में 20 लाख रुपए में मामला तय हुआ। जिसके बाद बिना दुल्हन के ही बारात बैरंग लौट गए। क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।