हरिद्वार: बिना लाइसेंस चल रहे अस्पतालों और पैथ लैब पर लगातार एक्शन हो रहा है। इसी क्रम में सीएमओ डॉक्टर मनीष दत्त के निर्देश पर एससीएमओ डा. आरके सिंह की छापेमारी में तीन निजी अस्पताल बगैर पंजीकरण संचालित होते पाए गए । जिन्हें सील करने के साथ ही 50 हजार रुपए जुर्माना की कार्रवाई की गई है।

बीते बुधवार को एससीएम डा. आरके सिंह की ओर से पथरी और सुल्तानपुर क्षेत्र के प्राइवेट अस्पतालों में छापेमारी की गई। इस दौरान सुल्तानपुर के प्राइवेट अस्पतालों में से एक का पंजीकरण 2019 से खत्म हुआ मिला। जिस पर उसे सील कर दिया गया।

वहीं पथरी क्षेत्र के गांव धनपुरा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए दो निजी अस्पतालों को सील कर दिया है। दोनों अस्पताल को संचालित करने के लिए चिकित्सकों के पास रजिस्ट्रेशन भी नहीं था।

गांव धनपुरा में संचालित दो अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन और अन्य सुविधा नहीं होने के चलते चल रहे थे। पहले से संचालित अस्पताल के चिकित्सक स्वास्थ्य कार्ड घोटले में फंस चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते उसके बाद भी अस्पताल को संचालित किया जा रहा था।

जांच में पता चला कि धनपुरा में जीवन केयर अस्पताल और मैक्स केयर हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे हैं। टीम ने कार्रवाई करते हुए दोनों अस्पतालों को सील कर दिया है।

साथ ही दोनों अस्पताल संचालकों के खिलाफ 50-50 हजार का जुर्माना किया गया है। अस्पताल संचालक कोई भी कागजात नहीं दिखा पाए। दोनों अस्पताल एक पूर्व ग्राम प्रधान और पूर्व ब्लॉक उपप्रमुख की बिल्डिंग में चल रहे थे।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से दोनों अस्पतालों पर हुई कार्रवाई से निजी अस्पताल संचालको में हड़कंप मच गया है। कुछ निजी अस्पताल चिकित्सक अस्पतालों को बंद कर भाग निकले। दोपहर बाद तक उन्होंने अपने अस्पताल नहीं खोले।

यह भी पता चला है कि बहादराबाद क्षेत्र के कई प्राइवेट अस्पतालों में लेबोरेटरी टेक्नीशियन बिना उत्तराखंड पैरा मेडिकल काउंसिल से रजिस्ट्रेशन के अस्पतालों में कार्य कर रहे हैं जो कि मरीज स्वास्थ्य के साथ बड़ा खिलवाड़ है