कालेज में ली मतदाता शपथ की याद आई ….देवेंद्र सक्सेना
4 नवंबर: 31 अक्टूबर कीं रात्रि से अब तक मेरी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो रही है ऐसी स्थिति में भी मुझे लोकतंत्र का महोत्सव याद आ रहा हैं कालेज में मैंने शपथ ली थी
पेट में भयंकर जान लेवा इंफेक्शन लूज मोशन का शतक मेरी पत्नी करवा चौथ का व्रत और 3 नवंबर को अपना जन्म दिवस भी ठीक से नहीं मना सकी । धर्म पत्नि के साथ बेटी भी दिन रात परेशान
उपवास की हालत में भूखे प्यासे उन्हें जरुरत के अनुसार हास्पिटल मेडिकल स्टोर ,कालेज में भागना पड़ा ।
सही कहा है कि पड़ौसी सबसे बड़ा रिश्तेदार और डॉ 0 भगवान होता है। कैलाश अग्रवाल ,चन्द्र प्रकाश जोशी, दीपक वैष्णव,श्रीमती नेहा प्रधान, पलक अग्रवाल जैसे पड़ौसियों की मदद एवं डॉ 0 अनिल शर्मा सह आचार्य मेडिकल कॉलेज कोटा डॉ 0 दिनेश माथुर डॉ 0 नीलू माथुर श्रीमती शर्मिला सक्सेना डॉ 0 ऊषा खंडेलवाल दमोह श्रीमती प्रेरणा शर्मा आदि से लगातार परामर्श सहयोग मिलता रहा।
1नवम्बर से ही बाटल तीनों समय चढ रही है । तरल पदार्थ के अलावा अन्न का दाना भी नहीं लिया ।
अभी एक कदली फल खाकर थोड़ी एनर्जी जुटाकर ईश्वर के समक्ष प्रार्थना कर रहा हूं हे प्रभु आपको मेरा जीवन लेना है तो 25 नवंबर मतदान के बाद ले लीजिएगा ।
ताकि मुझे आत्मग्लानि अफसोस न रहे कि मैं अपने लोकतंत्र के उत्सव में योगदान भी नहीं कर सका ऐसे में मेरी आत्मा को कभी संतोष नहीं मिलेगा ।
मैं अपने प्रदेश एवं देश की तरक्की में अपना योगदान करना चाहता हूं ।
देवेंद्र कुमार सक्सेना
तबला वादक, कोटा, राजस्थान