जीतिन चावला एनटीन्यूज़: शहीद श्रीमती हंसा धनाई राजकीय महाविद्यालय अगरोड़ा (धारमंडल) टिहरी गढ़वाल मे प्रेम, अहिंसा और बंधुत्व का मानवीय संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा सादगी, सरलता की प्रतिमूर्ति जय जवान जय किसान का उदघोष करने वाले देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती कोविड-19 एसओपी का पालन करते हुए हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ० अजय कुमार सिंह द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य द्वारा दीप प्रज्जवलित द्वारा किया गया तत्पश्चात प्रभारी प्राचार्य, समस्त प्राध्यापको, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओ द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गयी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ० सिंह ने अपने संबोधन मे कहा कि महात्मा गांधी जी की जयंती को पूरे विश्व मे दो अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप मे मनाया जाता है। हमे गांधी जी तथा शास्त्री जी के विचारो को अपने जीवन मे अपनाना चाहिए। उनके दिखाये गये रास्ते का अनुसरण करते हुए देश सेवा करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर सभी प्राध्यापको, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों द्वारा जमीन पर बैठकर महात्मा गांधी जी का प्रिय भजन एवं रामधुन भजन गाया गया। इस कार्यक्रम मे डॉ० आराधना बंधानी ने इस बात पर बल दिया कि हम सबको गांधी जी एवं शास्त्री जी के सिद्धांतो को आत्मसात करते हुए एक बेहतर इंसान बनने का प्रयास करना चाहिए।
मुख्यालय वक्ता के रूप मे डॉ० छत्र सिंह कठायत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनने की दिशा मे सभी का योगदान जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ० भरत गिरी गोसाई ने कहा कि आज के भौतिकवादी युग मे भी गांधी जी के सत्य, अहिंसा तथा शास्त्री जी का सरल एवं सादगी का संदेश सर्वमान्य है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ० आराधना बंधानी के दिशा निर्देश मे महाविद्यालय परिसर मे स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। उसके पश्चात सूक्ष्म जलपान व मिष्ठान वितरण किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारीगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।