जीतिन चावला, एनटीन्यूज़: श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा दिनांक 10 दिसंबर 2021 को अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया।
आमंत्रित विद्वानों ने मानवाधिकार के विविध पहलुओं और मानवाधिकार विषय पर अकादमिक शोध की स्थिति का व्यापक विश्लेषण इस वेबिनार में किया ।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो मधुरेंद्र कुमार ने कहा कि मानवाधिकार शाश्वत मूल्य हैं और इसे व्यक्तिगत हित साधन में उपयोग में लाना वैश्विक और भारतीय दोनों ही दृष्टि से उपयुक्त नहीं है। मानवाधिकार को व्यापक नजरिए से देखने की आवश्यकता है ।
भारतीय समाज और राजनीति हमेशा से मानवाधिकारों के विविध स्वरूपों का समर्थक रही है। मानवाधिकार पर भारतीय और वैश्विक परिप्रेक्ष्य के अंतर को पाटने की आवश्यकता है। मानवाधिकार के विविध पहलुओं पर निरन्तर शोध की आवश्यकता प्रो कुमार ने जताई।
दूसरे सत्र में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के डा महेश रंजन देवता ने विश्व के विविध क्षेत्रों में गतिमान शोध की चर्चा की । उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर एशिया महादेश विशेषकर चीन में मानवाधिकारों की स्थिति की व्यापक चर्चा की।
वेबिनार की रूपरेखा राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो डी के पी चौधरी ने प्रस्तुत की । संचालन प्रो दिनेश शर्मा द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो हेमलता मिश्रा ने किया । वेबिनार में डा स्मिता बडोला, डा दीपक कुमार पांडेय, डा प्रणीता नन्द के साथ अन्य प्राध्यापक और विद्यार्थीगण जुड़े रहे।