पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में दिनांक 5 एवं 6 मार्च 2024 को “जलवायु परिवर्तन परिणाम एवं चुनौतियां” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन होने जा रहा है।
भूगोल विभाग एवं उत्तराखंड भूगोल परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय सेमिनार के मुख्य अतिथि श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो एन के जोशी, एवं अध्यक्षता परिसर के निदेशक प्रो महावीर सिंह रावत द्वारा की जाएगी।
भूगोल विभाग अध्यक्ष,कला संकाय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सेमिनार केआयोजन सचिव प्रो दिनेश चंद्र गोस्वामी ने प्रेस वार्ता कर बताया सेमिनार के उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता भारतीय वन सेवा के अधिकारी डॉ प्रमोद कान्त होंगे।
विशिष्ट अतिथियों में निदेशक, उच्च शिक्षा उत्तराखंड , सी डी सुठा ,निदेशक यूसर्क ,प्रोफेसर अनीता रावत, निदेशक, यूकोस्ट प्रोफेसर दुर्गेश पंत शामिल है।उन्होंने बताया जलवायु परिवर्तन वर्तमान समय की सर्वाधिक ज्वलंत चुनौतियां में एक है।
हर वर्ष मौसम के स्वरूप में होता हुआ बदलाव इस जलवायु परिवर्तन की गवाही अपने आप दे रहा है । वनो के विनाश, ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन ,बढ़ती औद्योगिक और नगरीय गतिविधियां जलवायु परिवर्तन की समस्या को और जटिल बना रही है।
इसके कारण उत्पन्न होने वाले दुष्प्रभाव ,पर्यावरणीय चुनौतियां ,जैव विविधता ह्रास तथा भावी पीढ़ी के बेहतर भविष्य जैसे विषयों पर राष्ट्रीय विचार विमर्श हेतु तथा इस सन्दर्भ में नवीन विचारों एवं सुझावों को प्राप्त करने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से भूगोलविद तथा शोधार्थी ऋषिकेश परिसर के नवनिर्मित विवेक स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह में दो दिनों तक विचार मंथन करेंगे।इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में कुल 5 सत्र आयोजित किए जाएंगे ।
इसके मुख्य वक्ताओं में प्रोफेसर के सी पुरोहित, प्रोफेसर वी पी सती ,प्रोफेसर एम एस पवार, प्रोफेसर एस नेगी , प्रोफेसर बीपी नैथानी ,प्रोफेसर आर डी गौर ,श्री वैभव ,प्रो० श्याम सिंह तथा प्रोफेसर सुमित श्रीवास्तव इत्यादि प्रमुख है ।
भूगोल विभाग की पूरी टीम प्रो डीसी गोस्वामी प्रो अंजनी प्रसाद दुबे तथा अरुणा पी सूत्रधार डॉ केदार सिंह बिष्ट के साथ इस आयोजन को सफल बनाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है ।