हरिद्वार:  धनौरी पी.जी. कॉलेज, धनौरी के जंतु विज्ञान विभाग द्वारा दिनांक 11 फरवरी 2025 को “जैव विविधता और वन्य जीव संरक्षण” विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम की संयोजिका एवं जंतु विज्ञान विभाग की प्रभारी डॉ. राखी बालियान ने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य जैव विविधता के संरक्षण एवं इसके मानव जीवन में महत्व को उजागर करना है।

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के लिए वन्यजीवों एवं जैव विविधता का संरक्षण अनिवार्य है और इस प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों में इस विषय को लेकर जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया।

सहायक आचार्या डॉ. रुचि शर्मा ने जैव विविधता विषय पर संक्षिप्त रूप से प्रकाश डाला।

सहायक आचार्या डॉ. प्रियंका कुमारी (मालिक) ने बताया कि प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता से छात्रों में विश्लेषणात्मक सोच विकसित होती है तथा उनकी समस्या समाधान करने की क्षमता में वृद्धि होती है।

निर्णायक मंडल समिति में डॉ. प्रियंका त्यागी, डॉ. अमरदीप एवं श्री अंकित कोहली उपस्थित रहे। उन्होंने प्रतिभागियों के उत्तरों का मूल्यांकन सटीकता, गति एवं तर्कशक्ति के आधार पर किया।

प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को निर्णायक मंडल द्वारा पुरस्कृत किया गया।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर( डॉ.) विजय कुमार ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि ऐसी शैक्षणिक प्रतियोगिताएं छात्रों में ज्ञानवर्धन के साथ-साथ उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को भविष्य में भी इस तरह की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।

महाविद्यालय के सचिव श्री आदेश सैनी जी ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि जैव विविधता संरक्षण केवल पर्यावरणीय मुद्दा नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति एवं परंपरा से भी जुड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि छात्रों को न केवल पढ़ाई बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों की भी गहरी समझ होनी है।

कार्यक्रम में जंतु विज्ञान विभाग के अन्य सहायक आचार्यगण – डॉ. नीलम सैनी, डॉ. रवि शेखर, डॉ. नीतू रानी एवं उपनल कार्मिक गरिमा उपस्थित रहे। सभी ने प्रतियोगिता की सराहना की और छात्रों को भविष्य में भी इसी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।

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