कोटा, राजस्थान: राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा के शोध एवं विकास प्रकोष्ठ, राजकीय महाविद्यालय, अन्ता एवं मोदी विधि महाविद्यालय, कोटा के संयुक्त तत्वावधान में शोध संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. सीमा चौहान ने की।

मुख्य अतिथि डॉ. गीताराम शर्मा, सहायक निदेशक, कॉलेज शिक्षा, परिक्षेत्र कोटा विशिष्ट अतिथि डॉ. फातिमा सुल्ताना प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय, अन्ता और डॉ. क्षिप्रा गुप्ता, प्राचार्य गोदी विधि महाविद्यालय, कोटा रहे।

इस संगोष्ठी का शुभारंभ माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्जवलन के द्वारा हुआ। शोध एवं विकास प्रकोष्ठ प्रभारी एवं समन्वयक डॉ. टी.एन. दुबे ने संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि ऑटो करेक्ट हमेशा सही नहीं होता, शोधार्थी अपने शोध कार्य में हमेशा कुछ गलतियाँ करते हैं। छमाही प्रतिवेदन प्रस्तुतीकरण इसी का समाधान है।

उन्होंने अनेक उदाहरणों द्वारा शोधार्थियों को जिज्ञासु बने रहने का आह्वान किया एवं प्रस्तुतीकरण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

इस संगोष्ठी में 21 शोधार्थियों ने अपना छमाही प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि डॉ. गीताराम शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज की संगोष्ठी में शोधार्थियों के सभी विषय समकालीन एवं प्रासंगिक हैं, सभी ने श्रम एवं प्रतिबद्धता से कार्य किया है और शोध विषय का नहीं चेतना का होता है।

विशिष्ट अतिथि डॉ. फातिमा सुल्ताना ने कहा कि शोध कार्य को अच्छी दिशा में ले जाना चाहिए जिससे शोध की सार्थकता बनी रहे।

डॉ. क्षिप्रा गुप्ता ने शोध संगोष्टी के सफल आयोजन की बधाई दी और एक शोधार्थी के पास अपनी रूचि के अनुसार क्षेत्र चुनकर शोध कार्य करने का अवसर होता है। डॉ. प्रेरणा शर्मा ने अटल बिहारी वाजपेयी की अनुसंधान कविता के माध्यम से शोधार्थियों को निरन्तर कार्य करने संदेश दिया।

अध्यक्षीय उ‌द्योधन में प्राचार्य डॉ. सीमा चौहान ने कहा कि सभी शोधार्थियों ने बहुत सुन्दर तरीके से प्रस्तुतीकरण दिया। महाविद्यालय में शोध कार्य के लिए अच्छा वातावरण तैयार करने का प्रयत्न किया जा रहा है। आपका शोध कार्य समाज के लिए सार्थक और महत्वपूर्ण होना चाहिए।

इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शोध पर्यवेक्षक एवं शोधार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पारूल सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन संगोष्ठी आयोजन सचिव डॉ. मनीषा शर्मा ने किया।

शोध प्रकोष्ठ के सदस्य डॉ. मनीषा शर्मा, डॉ. दीपा स्वामी, डॉ. संतोष कुमार मीना, डॉ. प्रियंका वर्मा तथा सभी वरिष्ठ संकाय सदस्य श्रीमती प्रेरणा शर्मा, डॉ. राजेन्द्र माहेश्वरी, डॉ. अनिता तम्बोली, डॉ. हिमानी सिंह, डॉ. राजमल मालव आदि उपस्थित रहे।

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