उत्तराखंड: राज्य में बीते गुरुवार की देर शाम हुए दर्दनाक अग्निकांड में चार मासूमों की मौत हो गई। आग इतनी भायवय थी कि कोई भी आग की लपटों में घिरे मासूमों को बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। घटना के बाद तहसीलदार को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी जिले से लगते त्यूणी गांव में बीते शाम एक लकड़ी के बने तीन मंजिला मकान में अचानक तेज धमाके के साथ आग लग गई।
जानकारी के अनुसार एक मकान में एक एक कर चार धमाके हुए, जिसकी आवाज से पूरा त्यूणी बाजार तक हिल गया। आशंका जताई जा रही है कि यह धमका घरेलू गैस सिलिंडर फटने के कारण हुआ, जिसकी वजह से चंद मिनटों में मकान के सबसे ऊपर की मंजिल भीषण आग की चपेट में आ गई।
धमाकों की आवाज सुनकर आसपास लोग घटनास्थल की ओर दौड़े। लोगों ने आग बुझाने के लिए आसपास की पाइप लाइनों तक को तोड़ डाला, ताकि आग को बुझाया जा सके, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि सभी धूं-धूं कर जलते घरों को बेबस देखते नजर आए। जेसीबी की मदद से भी मकान के ऊपर के हिस्से को तोड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन तपिश और धमाकों के चलते जेसीबी ऑपरेटर आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
करीब एक घंटे की देरी से पहुंची फायर टीम ने आग को बुझाने की कोशिश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। इस बीच बताया जा रहा है कि अग्निशमन की गाड़ी का पानी भी खत्म हो गया जिसके बाद गड्ढों मेें से बाल्टियों को भर भरकर लाया गया, लेकिन तब तक आग से सब कुछ नष्ट हो चुका था। दिया। घटना मेे तहसीलदार को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं भीषण अग्निकांड की विस्तृत जांच के डीजीपी अशोक कुमार ने आदेश जारी किए हैं।
हादसे पर डीजीपी अशोक कुमार ने गहरा दुख प्रकट करते हुए इसकी जांच का जिम्मा पुलिस उपमहानिरीक्षक,फायर निवेदिता कुकरेती को सौंपी है साथ ही जांचकर रिपोर्ट तीन दिन के भीतर देने के आदेश दिए हैं। उन्होंने घटना में किसी भी अधिकारी कर्मचारियों से किसी के दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कही गई।