दुल्हन लाने के लिए घर से निकला एक दूल्हा अचानक बारात को रूकवाकर धरने पर बैठ गया। दूल्हें के धरने पर बैठते की कई लोेगों ने दूल्हें के धरने का समर्थन किया।

दरअसल काठगोदाम हैड़ाखान मार्ग बीते एक माह से भूस्खलन के चलते बंद होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की मांग को लेकर स्थानीय लोग कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं।

आज नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में कांग्रेसी भी धरना दे रहे थे। इसी दौरान एक दूलेकर घर से निकलाल्हा भी धरने पर बैठा दिखा। दरअसल धरना स्थल के पास से एक बारात जा रही थी। दूल्हे ने जब देखा कि यहां सड़क की मांग को लेकर धरना चल रहा है, तो वह ससुराल जालेकर घर से निकलाने की बजाय वहीं धरने पर बैठ गया।

इस दूल्हे ने शादी से अधिक सामाजिक दायित्व को ऊपर रखकर पहले एक घंटे धरने पर बैठकर अपनी जिम्मेदारी पूरी की। जिसके बाद बारात लेकर दुल्हन के घर को रवाना हुआ। कोटाबाग से पतलिया जाने वाली इस बारात को करीब 5 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ा। दूल्हा राहुल अपनी दुल्हन को लेने क्षतिग्रस्त मार्ग से पैदल पतलिया के लिये निकला।

दूल्हे राहुल ने कहा कि सड़क लंबे समय से क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। अभी भी सड़क ठीक होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। लिहाजा उसको दुल्हन को लेने 5 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना है। दूल्हा राहुल भी कांग्रेस के धरने को समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर आ पहुंचा और जल्द से जल्द सड़क खोले जाने की मांग करने लगा।

काठगोदाम हैड़ाखान मार्ग भूस्खलन के चलते पिछले करीब एक महीने से बंद है। लिहाजा 150 गांवों का संपर्क कटा हुआ है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य आज भूस्खलन से बंद क्षेत्र में पहुंचे। उन्होंने सांकेतिक उपवास रखा। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और स्थानीय लोग भी धरना स्थल पर पहुंचे और जल्द से जल्द काठगोदाम-हैड़ाखान-सिमलिया बैंड मोटर मार्ग को खोलने की मांग करने लगे।

इस बीच वहां से गुजर रही बारात का दूल्हा भी कांग्रेस के धरने को समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर आ पहुंचा। सड़क मार्ग बंद होने से पैदल जा रही बारात का दूल्हा भी जल्द से जल्द सड़क खोले जाने की मांग करने लगा। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि इस सड़क का निर्माण कांग्रेस कार्यकाल में ही हुआ है और आज यहां की जनता का दुर्भाग्य है कि एक महीने से भूस्खलन की वजह से मार्ग बंद है।