कोटा राजस्थान: राम सुमिरले, भारत माता की आरती से भारतीय कला प्रदर्शन कार्यक्रम व नव वर्ष २०८१ मेला सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया।

अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार हरिहर बाबा के एकल नृत्य तथा बरखा जोशी के 40 शिष्य शिष्याओं ने श्री राम भक्ति नृत्य नाटिकाओ से मंत्र मुग्ध कर दिया।

आस्था सक्सेना गायिका ब्रांड एम्बेसेडर बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान ने वरिष्ठ कवि श्री विष्णु शर्मा ‘हरिहर ‘द्वारा लिखित , अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर अयोध्या में प्रसारित गीत ” राम सुमिरले राम सुमिरले राम जगत आधार रे,, तथा अपनी गुरु श्रीमती संगीता सक्सेना के साथ ” ओम जय भारत माता” – की आरती के सुमधुर गायन से सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नव वर्ष २०८१ मेला सम्पन्न हुआ…

भारतीय गायन, , कला मंच -२ पर नृत्य, तबला, भपंग, खडताल, हवेली संगीत , ढोलक से श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए,

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नव संवत्सर 2081 आयोजन समिति कोटा महानगर द्वारा भारतीय कला प्रदर्शन के क्रम में श्रीमती प्रेरणा शर्मा, डॉ 0 संतोष कुमार मीना, सुश्री आस्था सक्सेना, अनुराधा कंँवर ,जानवी सेन, मास्टर विनायक साहू, आदि ने राम भजन प्रस्तुत किए।

हवेली संगीत के गायक श्री हरीश गंधर्व ने चौताल में हवेली संगीत से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया,

महूराज राव ने स्वतंत्र तबला वादन,

किशन लाल राव ने भपंग, मोर चंग ,ढोलक वादन किया, देवेंद्र शर्मा एवं दिलीप कुमार ने बांसुरी वादन से सारा वातावरण राममयी कर दिया।

हरीश गंधर्व ने हारमोनियम वादन नृत्य से हुआ

 

मुख्य मंच पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार ‘हरिहर बाबा के भवई नृत्य श्रीमती बरखा जोशी के चालीस शिष्य शिष्याओं ने राम भक्ति से ओतप्रोत बहुरंगी नृत्य नाटिकाओ से रस विभोर कर दिया तथा सुश्री वर्षा सुवालका के एकल नृत्य की सरस प्रस्तुति हुई

मंच 2 पर देवेंद्र कुमार सक्सेना डॉ 0 गणेश बारेठ एवं महूराज राव ने तबला संगत से चार चांँद लगा दिया। नव वर्ष मेले में दो लाख दीपकों से नव वर्ष का स्वागत किया गया।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर श्रद्धेय हेमा सरस्वती जी संत प्रभाकर साहेब, महाराव श्रीमान इज्यराज सिंह जी, विभाग प्रचारक धर्म राज जी, मेला आयोजन समिति अनिल जैन जी ,अध्यक्ष गोविंद नारायण अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं देश प्रेमी उपस्थित थे।

मंच क्रमांक एक कार्यक्रम का संचालन डॉ 0 रेणु श्रीवास्तव एवं डॉ 0 नारायण हेडा एवं मंच क्रमांक दो का संचालन श्री विष्णु शर्मा ‘हरिहर’श्री देवेन्द्र कुमार सक्सेना ने किया।