डी पी उनियाल ‘गजा टिहरी गढ़वाल: टिहरी जनपद के कोटेश्वर बांध परियोजना से 3किलोमीटर आगे भागीरथी नदी के दाहिने तट पर पौराणिक कोटेश्वर महादेव मंदिर koteshwer mahadev temple के बारे में मान्यता है कि जो भी लोग यहां पर पूजा करते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है ।

यहां पर वैसे तो प्रतिदिन लोगों का आना लगा रहता है लेकिन विशेष रूप से सावन के हर सोमवार तथा महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है कहा जाता है कि निसंतान दम्पत्ति यहां पर पूजा करते हैं तो उन्हें संतान की प्राप्ति होती है ।

आस्था और श्रद्धा के इस पौराणिक मान्यताओं के मंदिर मे निसंतान दम्पत्ति रात भर जलता हुआ दीपक हाथ में लेकर खड़े रहते हैं तब संतान प्राप्ति होती है ।

सावन के महिने हर दिन लोगों के द्वारा पूजा अर्चना हवनयज्ञ कार्यक्रम चलता रहता है । कोटेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी जी.एन.गिरी गोस्वामी बताते हैं कि यहां पर दूरदराज क्षेत्रों से बहुत लोगों का आना जाना लगा रहता है ।

गजा से विनोद सिंह चौहान, आलम सिंह खाती , रघुबीर सिंह खाती , राजबीर सिंह चौहान ने बताया कि पतित पावनी भागीरथी नदीके जल से महादेव शिवलिंग का जलाभिषेक किया जाता है जिससे महापुण्य की प्राप्ति होती है।