वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर देहरादून में आज कला संकाय के अंतर्गत समस्त नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं हेतु अभिविन्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती मां को वंदन करके किया गया।

मीडिया प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ दीप्ति बगवाड़ी ने बताया कि कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के विभाग प्रभारी डॉक्टर अरविंद कुमार अवस्थी द्वारा संचालित किया गया।

अभिविन्यास कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यशास्ता डॉ राखी डिमरी के उद्बोधन द्वारा हुआ जिसमें उन्होंने समस्त छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय परिसर में अनुशासन एवं गणवेश में उपस्थित होने हेतु निर्देशित किया गया।

इसके पश्चात वरिष्ठ प्राध्यापक एवं परीक्षा प्रभारी प्रोफेसर आर एस गंगवार द्वारा समस्त छात्र-छात्राओं को नवीनतम परीक्षा प्रणाली से अवगत कराया गया। जिसमे समय की बाध्यता, अधिकतम और न्यूनतम प्राप्तांको का अंतर व आंतरिक व बाह्य परीक्षा से अवगत कराया। इसके पश्चात इतिहास विभाग के प्रध्यापक डॉ विजय बहुगुणा द्वारा समस्त छात्र / छात्राओं को विशेष पुस्तको के अध्यन एवं प्रसिद्ध इतिहासकारों से अवगत कराया गया।

इतिहास विभाग के पश्चात राजनीतिविज्ञान विभाग की विभाग प्रभारी डॉक्टर राजकुमारी भंडारी द्वारा अभिविन्यास कार्यक्रम के महत्व और उपयोगिता से छात्र-छात्राओं को संबोधित किया, साथ ही उन्होंने समस्त छात्र-छात्राओं में आत्मविश्वास जगाते हुए उच्च शिक्षा में अपना भविष्य बनाने हेतु प्रेरणात्मक संदेश दिया।

इसके पश्चात संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ मनोरथ नौगाई द्वारा वक्तव्य दिया गया, जिसमें उन्होंने संस्कृत के इतिहास एवं अवसरों पर विस्तार से चर्चा की। इसके पश्चात एन ई पी 2020 के समन्वयक व इतिहास विभाग के विभाग प्रभारी डॉक्टर राकेश मोहन नौटियाल द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में छात्र-छात्राओं को विस्तार से समझाया गया। साथ ही उन्होंने सेमेस्टर प्रणाली, क्रेडिट सिस्टम, विषय चयन, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, व डिग्री आदि के बारे में विस्तृत से चर्चा की।

अर्थशास्त्र विभाग के विभाग प्रभारी डॉ हरिश्चंद्र ने अर्थशास्त्र विषय की उपयोगिता एवं अवसरों के बारे में छात्र-छात्राओं को समझाया। इसके पश्चात अंग्रेजी विभाग की विभाग प्रभारी वर्तमान में समर्थ पोर्टल को देख रही नोडल ऑफिसर डॉक्टर दीप्ति बगवाड़ी द्वारा अंग्रेजी विषय के अवसरों एवं महत्व पर चर्चा की गई, साथ ही वर्तमान में समर्थ पोर्टल प्रवेश के पश्चात छात्र-छात्राओं के परिचय पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से समझाया गया।

इसके पश्चात मानव विज्ञान के विभाग प्रभारी डॉ के के बंगवाल द्वारा मानव विज्ञान विषय के बारे में समझाया गया एवं किस प्रकार से इस विषय के विशेषज्ञ अपना भविष्य का निर्माण करते हैं उन बिंदुओं पर भी चर्चा की गई।अंत में शिक्षा शास्त्र के सहायक आचार्य डॉ अशोक कुमार द्वारा चार मुख्य बिंदुओं पर छात्र-छात्राओं का ध्यान आकर्षित किया गया, जिसमें अनुशासन में रहना,समय परिधि का ध्यान रखना, कक्षाओं में निरंतर उपस्थित होना एवं प्रत्येक ज्ञान की चीजों को नोटबुक में लिखने के प्रति जागरूक किया।

अंत में महाविद्यालय के संरक्षक, प्राचार्य प्रोफेसर जी आर सेमवाल द्वारा समस्त प्राध्यापक वर्ग को इस प्रकार के कार्यक्रम निरंतर करने हेतु संदेश दिया गया एवं छात्र-छात्राओं को संयम धैर्य, सहनशक्ति, वाणी में विनम्रता, स्वभाव में व्यावहारिकता एवं जोश में होश ना खोने के प्रति जागरूक किया।

इसके साथ उन्होंने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान प्राप्त नहीं किया जा सकता। छात्र-छात्राओं के अंदर अनुशासन,त्याग एवं तपस्या होना अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम का समापन डॉ अरविंद अवस्थी द्वारा किया गया जिसमें राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।

 

डॉ दीप्ति बगवाड़ी

मीडिया प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ दीप्ति बगवाड़ी ने बताया कि

डाकपत्थर महाविद्यालय