वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर देहरादून में आज प्राचार्य प्रोफे (डॉ) जी आर सेमवाल के दिशा निर्देशन में कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ योगेश भट्ट के नेतृत्व में नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला दिनांक 13 मार्च से 14 मार्च का शुभारंभ हुआ।

कार्यशाला का आयोजन मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप द्वारा किया गया। कार्यशाला में लगभग 300 छात्र-छात्राओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया।

कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान विकास नगर से अनुदेशक (फिटर) श्री सुभाष चंद्र मौर्य, श्री खुशीराम, अनुदेशक आर ए सी एवं श्रीमती लिखत अमान, अनुदेशक डी एम सी ने प्रयोगशाला के प्रथम दिवस पर छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया, जिसमें श्री मौर्य द्वारा फिटर संबंधित बारीकियां समझाई गई एवं बताया की यदि इस कार्य को विशिष्टता के साथ किया जाए तो यह कुशलता कहलाती है।

श्री खुशीराम द्वारा छात्र-छात्राओं को विद्युत एवं वायरिंग संबंधित जानकारी प्रदान की एवं इसको सीखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को विद्युत संबंधी कार्य को सहायक व्यापार के रूप में अपनाने के लिए भी समझाया। श्रीमती लिखत बानो ने ड्राफ्ट्समैन क्या होते हैं, क्या कार्य करते हैं और कैसे समाज में ड्राफ्टसमैन आवश्यक हैं आदि बातों की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि बहुत सी परियोजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही है, जिसमें ड्राफ्ट्समैन का कार्य किस प्रकार इन योजनाओं को धरातल पर प्रारंभ किया जाए,आदि हेतु आवश्यक होता है। कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ योगेश भट्ट ने बताया कि स्किल डेवलपमेंट के अंतर्गत उत्तराखंड शासन के पत्र अनुसार दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है, जिसमें तीन ट्रेडस, फिटर, आईएसी एवं डीएमसी विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही 14 तारीख को विद्युतकार में प्रशिक्षण दिया जाएगा। एनपीएस की वेबसाइट पर अभी तक 500 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कर दिया है।

महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर आर एस गंगवार द्वारा एवं महाविद्यालय मुख्य शास्ता डॉ राखी डिमरी द्वारा एनपीएस स्कीम के बारे में विस्तार से छात्र छात्राओं को बताया गया। अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्य द्वारा समस्त छात्र छात्राओं को बताया गया कि उत्तराखंड राज्य द्वारा सर्वप्रथम एन ई पी लागू करने को सभी के लिए गौरव का विषय बताया।

उन्होंने कौशल एवं दक्षता विकास को छात्रों के लिए बहुत उपयोगी विषय बताया साथ ही छात्रों को अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करने पर अपने विचार अभिव्यक्त किए।

कार्यशाला के अवसर पर डॉ विजय सिंह नेगी, डॉ रोशन केसटवाल, डॉ विजय बहुगुणा, डॉ दिलीप भाटिया, योग विभाग से आचार्य श्री अनुज जोशी, डॉ रुचि बडोनी, डॉ श्वेता पांडे आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे।