वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर देहरादून में आज दिनांक 7 अक्टूबर 2023 को प्राचार्य प्रोफ जी आर सेमवाल के दिशा निर्देशन में गढ़भोज दिवस आयोजित करने के लिए योग विभाग, बीएड विभाग, बीबीए विभाग, गृह विज्ञान विभाग, वनस्पति विज्ञान विभाग, एनसीसी इकाई, रोवर रेंजर्स इकाई, व एनएसएस इकाई के द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएं संपन्न कराई गई।

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मीडिया प्रभारी डॉक्टर दीप्ति बगवाड़ी ने बताया कि प्रतियोगिताओं की श्रृंखला में योग विभाग के विभाग प्रभारी श्री अमित नेगी व श्री अनुज जोशी सहायक आचार्य के द्वारा योग और गढ़ भोज विषय पर वाद- विवाद प्रतियोगिता संपन्न कराई गयी ।

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प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रंजना चौहान, द्वितीय स्थान पारुल खत्री व तृतीय स्थान स्वाति पवार ने प्राप्त किया। बी एड विभाग की विभाग प्रभारी डॉ रुचि बहुखंडी द्वारा गढ़ भोज पकवान की प्रदर्शनी एवं निबंध प्रतियोगिता संपन्न कराई।

प्रतियोगिता में टैगोर सदन, गांधी सदन, अरविंदो सदन एवं विवेकानंद सदन के द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें विवेकानंद सदन प्रथम आया। छात्र-छात्राओं द्वारा कुलथी के पराठे व पकोड़े, लहसुन की चटनी, भांगजीरा की चटनी, मूंगफली की चटनी, चोलाई का हलवा, गुलगुले, मडवे की रोटी, तिल की चटनी, पहाड़ी नमक,बाड़ी, पैतुड, राजमा, भात, मसनी रोटी आदि पकवान बनाए गए।

बी बी ए विभाग के समन्वयक डॉ आर पी बडोनी एवं विभाग प्रभारी श्रीमती भावना के द्वारा उत्तराखंड गढ़ भोज दिवस थीम को लेकर महाविद्यालय प्रांगण से डाकपत्थर चौक तक रैली का आयोजन किया गया। रैली में लगभग 80 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

गृह विज्ञान विभाग की विभाग प्रभारी डॉक्टर पूजा पालीवाल के द्वारा उत्तराखंड जिलों के मुख्य पकवान थीम पर विशेष कर 13 जिलों के मुख्य एवं प्रसिद्ध पकवानों की प्रदर्शनी आयोजित की गई।

जिसमें पौड़ी जिले की मूली की थेचवानी, चमोली जिले का रोटाना, टिहरी जिले का झंगोरा की खीर, अरसा और राय की सब्जी उत्तरकाशी की चूड़कानी पालक और राय की पकौड़ी, जौनसार से असके व पिनवे, देवप्रयाग से पिंडालू के छोले, मोटे चावल और दाल, रुद्रप्रयाग से अरसे, चौंसा व भात

आदि व्यंजन बनाए गए। इन व्यंजनों का लोटा महाविद्यालय प्राध्यापक कर्मचारी वर्ग एवं छात्र-छात्राओं ने उठाया। वनस्पति विज्ञान विभाग की विभाग प्रभारी डॉक्टर राखी डिमरी द्वारा औषधीय गुणों से भरपूर फसलों से बनने वाले भोजन संबंधी विषय पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया।

जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर आर एस गंगवार,भौतिक विज्ञान विभाग के विभाग प्रभारी डॉक्टर विनोद रावत, व कार्यक्रम समन्वयक ने छात्र-छात्राओं को विस्तार से बताया कि केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड के पारंपरिक अनाज को प्रमोट करने में सहायता दी जा रही है।

गांव में मोटे अनाज से विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व स्वास्थ्यवर्धक भोजन का सेवन करने से स्वास्थ्य को अत्यधिक लाभ मिलता है, इसके साथ ही उत्तराखंड के बारानाज एवं उनके औषधीय गुणोँ के अनेक लाभ है। मंडवा, ज

झंगोरा, ज्वार,बाजरा, कला भट्ट, गहत, लोबिया, तिल, कुट्टू, उड़द आदि पौष्टिक अनाजों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई।

एनसीसी इकाई के अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ अमित गुप्ता के द्वारा समस्त कैडेट्स के लिए एक निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता का विषय *शारीरिक दृष्टिकोण से उत्तराखंडी भोजन* रखा गया, जिसमें प्रथम स्थान कैडेट कुणाल, द्वितीय स्थान कैडेट प्रीति, तृतीय स्थान कैडेट रूबी ने प्राप्त किया।

रोवर लीडर विनोद रावत व रेंजर लीडर डॉ माधुरी रावत के द्वारा कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका विषय *उत्तराखंडी खान-पान* रखा गया था। प्रतियोगिता में लगभग 20 छात्र-छात्राओं में प्रतिभाग किया, जिसमें प्रथम स्थान यीशु, द्वितीय स्थान आशीष व तृतीय स्थान शुभम चौहान ने प्राप्त किया।

प्रतियोगिता के अंतिम चरण में एनएसएस इकाई के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ राकेश मोहन नौटियाल द्वारा निबंध प्रतियोगिता आयोजित कराई गई। निबंध प्रतियोगिता का विषय *उत्तराखंड के औषधीय गुणो से भरपूर फसलों से बनने वाले भोजन* रखा गया।

प्रतियोगिता में पूजा रावत प्रथम, श्री पूरन द्वितीय, श्री शुभम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के संरक्षक प्राचार्य ने गढ़भोज आयोजन को सफल बनाने में लगे सभी प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की।

कार्यक्रम में प्राध्यापक वर्ग में डॉक्टर रोशन केस्टवाल, डॉ प्रवेज आलम, प्रोफ अरविंद अवस्थी, डॉ मंजू गौतम, डॉ निरंजन, डॉ मनोरथ, डॉ अशोक, मीडिया प्रभारी दीप्ति बगवाड़ी, डॉ हरीश, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री मनमोहन, श्रीमति सोनी डिमरी, श्री अशोक कंडारी आदि उपस्थित रहे ।