रोहन, हरिद्वार: बीएचईएल से टिहरी विस्थापित को जोड़ने वाले रास्ते की हालत काफी खराब चल रही थी, लोगों की मांग पर रानीपुर विधायक द्वारा अपनी निधि से बनवाये जा रहे मार्ग को लेकर टिहरी विस्थापित के लोग और भेल प्रबंधन आमने सामने आ गये है।

आरोप हैं कि भेल प्रबंधन अधिकारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर ना केवल सड़क निर्माण कार्य को रोका, बल्कि ठेकेदार को जमकर हड़काया। जिसको लेकर ठेकेदार और भेल अधिकारियों के बीच जमकर तीखी नोंक झोक भी हुई।

जिसकी जानकारी टिहरी विस्थापित के लोगों को मिलने पर उन्होंने मौके पर पहुंचकर सड़क निर्माण में अड़गा लगा रहे भेल अधिकारियों जमकर विरोध किया। बताया जा रहा हैं कि जिसके बाद भेल प्रबंधन अधिकारियों के तेवर ढीले पड़े। सड़क निर्माण ठेकेदार और भेल प्रबंधन अधिकारियों के बीच नोकझोंक का वीडियों सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

मामले की जानकारी लेने पर भेल प्रबंधन से सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका । भेल पीआरओ से भी सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उनसे भी सम्पर्क नहीं हो सका।। जिसकारण भेल का पक्ष नही लिया जा सका।

बताते चले कि कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में भेल स्थित पायल सिनेमा से टिहरी विस्थापित को जोड़ने वाला मार्ग लम्बे समय से खराब पड़ा था। जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

बताया जा रहा हैं कि टिहरी विस्थापित निवासियों ने रानीपुर विधायक आदेश चौहान को टिहरी विस्थापित और भेल को जोड़ने वाले मार्ग को दुरूस्थ कराने की मांग की गयी थी।

जिसको गम्भीरता से लेते हुए क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देते हुए रानीपुर विधायक आदेश चौहान द्वारा खराब पड़े मार्ग को अपनी विधायक निधि से शुक्रवार को सड़क निर्माण का कार्य शुरू कराया गया था।

आरोप हैं कि जिसकी भनक लगते ही भेल प्रबंधन अधिकारी श्री चौहान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर सड़क निर्माण को रूकवा दिया। सड़क निर्माण को लेकर सड़क निर्माण करा रहे ठेकेदार को भेल प्रबंधन अधिकारियों ने जमकर हड़काया।

जिसको लेकर ठेकेदार और भेल प्रबंधन अधिकारियों के बीच तीखी नोक झोंक हो गयी। बताया जा रहा हैं कि जिसकी जानकारी लगते ही जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि चमन चौहान, टिहरी विस्थापित कॉलोनी निवासियों सीपी सिंह, एसके शर्मा, दीपक गर्ग, सोनू व क्षेत्र के सभासद चंद्रभान ने मौके पर पहुंचकर सड़क निर्माण कार्य रूकवाने वाले भेल प्रबंधन अधिकारियों का विरोध किया।