हरिद्वार:  धनौरी पी.जी. कॉलेज में दिनांक 22 दिसम्बर, 2023 को महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय गणित दिवस पर मनाया गया।

इस अवसर पर गणित विभाग, धनौरी पी.जी. कॉलेज के द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का प्रारंभ कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. अलका सैनी और सहायक आचार्यों के द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और पुष्पांजलि करके हुई।

इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्य ने कहा कि गणित की आवश्यकता मानव जीवन में प्रत्येक स्तर पर होती है चाहे आम जन-जीवन हो या ज्ञान-विज्ञान का क्षेत्र हो।

उन्होंने कहा कि गणित एक रुचिकर विषय है जिमसें छात्र-छात्राओं के भविष्य को स्वर्णिम बनाने की अपार क्षमता है। कार्यक्रम में डॉ. अंकुर ने गणित के प्रयोग एवं प्राचीनता के विषय में बताया।

डॉ. विनोद चंद्रा ने संगोष्ठी में पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गणित के सौंदर्य और उसके प्रयोग संबंधित विषय पर विशेष व्याख्यान दिया।

डॉ. संदीप ने अनंत के मूलभूत सिद्धांत और डॉ. हरीश रावत ने वैदिक गणित और शून्य की महत्ता विषय पर अपने वक्तव्य प्रस्तुत किये। कॉलेज के छात्र-छात्राओं के द्वारा श्रीनिवास रामानुजन के जीवन और गणित के क्षेत्र में दिये गये योगदान के विषय में बताया गया।

राष्ट्रीय गणित दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सार्थक (बी.एससी. प्रथम सत्र), द्वितीय स्थान आदित्य (बी.एससी. प्रथम सत्र) और तृतीय स्थान तस्मिया हुसैन (बी.एससी. प्रथम सत्र) को प्राप्त हुआ।

पोस्टर/मॉडल मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भानु प्रिया (बी.एससी. तृतीय वर्ष), द्वितीय स्थान तस्मिया हुसैन (बी.एससी. प्रथम सत्र) और तृतीय स्थान सलोनी सैनी (एम.एससी. प्रथम सत्र) को प्राप्त हुआ।

भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सार्थक (बी.एससी. प्रथम सत्र), द्वितीय स्थान तस्मिया हुसैन (बी.एससी. प्रथम सत्र) और तृतीय स्थान आशु कुमार (एम.एससी. तृतीय सत्र) को प्राप्त हुआ।

समस्त विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करके उनका उत्साहवर्धन किया गया। डॉ. प्रियंका कौशिक, प्रभारी गणित विभाग के द्वारा संगोष्ठी के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।

संगोष्ठी में मंच संचालन डॉ. पुष्पा फुर्सवान के द्वारा किया गया। संगोष्ठी में कॉलेज के समस्त सहायक आचार्यों सहित अनेकों छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।