हरिद्वार स्थित धनौरी पी.जी. कॉलेज में दिनांक 22 मार्च, 2024 को भूगोल विभाग द्वारा विश्व जल दिवस मनाया गया।
इस अवसर जल संरक्षण नामक विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वर्ष 2024 हेतु विश्व जल दिवस की थीम परिवर्तन में तेजी निर्धारित की गई है।
संगोष्ठी का आयोजन कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. अलका सैनी के अध्यक्षता में किया गया। संगोष्ठी में भूगोल विभाग के प्रभारी डॉ. शांति सिंह ने कहा कि जल है तो कल है।
हमें जल को संरक्षित करने का भरसक प्रयास करना चाहिये। डॉ. राहुल ने विश्व जल दिवस की महत्ता और उसके उद्देश्य के विषय में विस्तार से बताया। डॉ. आनंद प्रकाश ने वैश्विक स्तर पर जल की समस्याओं और उनके निदान विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
डॉ. अरविंद ने कहा कि 21वीं सदी में मानव जाति जल की कमी जैसी गंभीर समस्या से जूझ रही है अतः जल की प्रत्येक बूंदों का बचाव हमारा प्रथम दायित्व है। डॉ. कल्पना भट्ट ने जल संरक्षण संबंधित संरक्षण, संवर्धन, पुरावर्तन के विषय में विचार प्रस्तुत किये। इस अवसर पर कॉलेज में जल बचाओ, जीवन बचाओ नामक विषय आधारित पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
स्लोगन प्रतियोगिता में शिवानी, स्नातक द्वितीय सत्र ने प्रथम स्थान, स्वाति शर्मा, भूगोल, परास्नातक चतुर्थ सत्र ने द्वितीय स्थान, तनु सैनी, कला, परास्नातक चतुर्थ सत्र ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पोस्टर प्रतियोगिता में विवेक, कला, परास्नातक चतुर्थ सत्र ने प्रथम स्थान, अंशिका, स्नातक चतुर्थ सत्र ने द्वितीय स्थान एवं आशीष कला, परास्नातक चतुर्थ सत्र ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में प्रयोगशाला सहायक श्रीमती नूतन सैनी का विशेष सहयोग रहा। संगोष्ठी में डॉ. मोनिका वत्स, डॉ. सरिता शर्मा, सुश्री मोनिका रानी, श्री अंकित, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. प्रियंका नेगी और प्रयोगशाला सहायक अंजू सैनी सहित अनेकों छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।