संजीव शर्मा एनटीन्यूज़: 25 मार्च 2022 , उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, (UCOST) देहरादून द्वारा प्रायोजित, पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग, स्पेक्स संस्था देहरादून व DNA लैब, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में Expansions and Innovations in Health Sectors : Translating Research to Mankind विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला एवं संगोष्ठी का समापन हुआ।

डॉल्फिन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बायो-मेडिकल एवं नेचुरल साइंस, देहरादून के बायोकेमिस्ट्री विभाग के हेड डॉ ज्ञानेंद्र अवस्थी द्वारा Fast Plaque Technique पर व्याख्यान दिया गया, जिसमे उन्होंने tuberculosis के निवारण की आधुनिक तकनीकी को बताया.

एम्स ऋषिकेश के डॉ आशीष कोठारी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा एंटीबायोटिक प्रतिरोधकता पर व्याख्यान दिया गया, जिसमे उन्होंने कहा कि रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) एक वैश्विक स्वास्थ्य और विकास के लिए खतरा है। सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इसे तत्काल बहुक्षेत्रीय कार्रवाई की आवश्यकता है

डॉ नरोत्तम शर्मा व उनकी डीएनए लैब टीम द्वारा RNA आइसोलेशन एवं SARS COV2, नोबेल कोरोना वायरस पोस्ट एमप्लीफिकेशन तकनीकी पर व्याख्यान व प्रशिक्षण दिया गया ।

कार्यशाला के समापन में मुख्य अतिथि डॉ एम् सी त्रिवेदी, भूतपूर्व निदेशक उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड, विशिष्ठ अतिथि डॉ मनीषा नैथानी, सह-संकायाध्यक्ष शैक्षिक, एम्स ऋषिकेश, डॉ कुश पांचाल, संस्थापक कुश योगशाला व प्रो राजमणि पटेल, संकायाध्यक्ष वाणिज्य, श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश थे।

आयोजन सचिव प्रो गुलशन कुमार ढींगरा द्वारा सभी अतिथियों को एक पौधा भेंट कर स्वागत किया गया व सभी गणमान्य का परिचय किया गया।

स्नातक स्तर के उत्कृष्ट ओरल प्रजेंटेशन में शोभित यूनिवर्सिटी के रमनदीप को प्रथम स्थान व पोस्टर प्रेजेंटेशन में सीमा डेन्टल कॉलेज की छात्रा स्नेहल को प्रथम स्थान, हरिकिशोर एवं ईशानी को द्वितीय स्थान व आशुतोष एवं तुषार को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ ।

स्नातकोत्तर स्तर से ओरल प्रजेंटेशन में सीमा डेंटल कॉलेज की छात्रा ईला शर्मा को प्रथम स्थान, डॉल्फिन इंस्टीट्यूट के अरुण को द्वितीय स्थान व तृतीय स्थान सीमा डेन्टल कॉलेज की आकृति को प्राप्त हुआ व पोस्टर में डॉल्फिन इंस्टीट्यूट के संतोष कुमार को प्रथम स्थान, सीमा डेन्टल कॉलेज की वैशाली को द्वितीय एवम अद्वेता आनंद को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।

इस क्रम में यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड श्रेणी में प्रथम स्थान सीमा डेन्टल कॉलेज की फैकल्टी डॉ ज्योत्स्ना सेठ, द्वितीय स्थान बायोटेक्नोलॉजी विभाग, भारत सरकार की वैज्ञानिक डॉ कंचन कार्की, व तृतीय स्थान सीमा डेंटल की फैकल्टी डॉ करपगवल्ली को प्राप्त हुआ।

इस कार्यशाला में उत्तराखंड, हिमांचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, कलकत्ता, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि राज्यों से 140 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया ।

डॉ कुश पांचाल ने सभी को ॐ की ध्वनि के उचारण के साथ कुछ साधारण योगासन के बारे में बताया जिससे व्यतिगत तौर पर हर कोई स्वस्थ रहे व विदेश में योग की अनिवार्यता के बारे में बताया

डॉ मनीषा नैथानी ने नए शोध में पेटेंट तथा IPR की महत्वा को साझा किया व कहा कि यह कार्यशाला बायोमेडिकल क्षेत्र के प्रोफेशनल्स के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगी आशा है कि हम आगे भी इसी प्रकार कार्य करते रहेंगे।

मुख्य अतिथि डॉ एम् सी त्रिवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग के प्रारम्भिक दौर में होने वाली चुनोतियों के बारे में बताया व उन्होंने MLT की प्रगति को बताया ।

अंत में सभी अतिथियों को स्पेक्स संस्था द्वारा हस्त निर्मित LED पेंट बोतल को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया गया।

कार्यशाला समापन सत्र का संचालन सफ़िया हसन ने किया। इस मौके पर श्रीमती शालिनी कोटियाल, देवेंद्र भट्ट, अर्जुन पालीवाल, विवेक राजभर, पवन, श्रवण, चंद्रशेखर, आयुष आदि मौजूद थे।