आज दिनाँक 23 मार्च 2024 को राजकीय महाविद्यालय नैनबाग, टिहरी गढ़वाल में देवभूमि उद्यमिता योजना की नोडल अधिकारी डॉ0 मधु बाला जुवाँठा के नेतृत्व में आयोजित की जा रही 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ0 मधु बाला जुवाँठा ने कहा कि छात्र- छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ उद्यमिता की समझ को भी विकसित करना है जिससे आप लोग अपने आसपास बिजनेस के अवसरों की भी तलाश कर सकते हैं और पढ़ाई के साथ-साथ अपने लिए उचित व्यावसायिक योजना को तैयार कर पढ़ाई पूरी करने के पश्चात पूर्णकालिक रुप से उसका क्रियान्वयन कर सकते हैं।
इससे परिवार तथा समाज में सम्पन्नता व समृद्धि आयेगी और जीवनस्तर में सुधार आयेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि उद्यम व उद्यमी देश के तीव्र आर्थिक व सामाजिक विकास की रीढ़ है।
उन्होंने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद में प्रशिक्षण के दौरान के अपने अनुभवों को भी छात्र-छात्राओं के साथ साझा किया और कहा कि 12 दिवसीय प्रशिक्षण में इस क्षेत्र के सफल उद्यमियों की आपके साथ चर्चा करना और उनका अपने उद्यमों की प्रगति व अनुभवों को आपके साथ साझा करना आपको उद्यमिता विकास की व्यवहारिक जानकारी प्रदान करना था। जिससे आप उन उद्यमों को जाकर देख सकें और अपनी व्यावसायिक योजना तैयार कर सके। वहीं प्रशिक्षक महिपाल सिंह राणा ने सभी छात्र छात्राओं का प्रशिक्षण में सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया और उनका सूक्ष्म, लघु और मध्यम व्यवसायों में पंजीकरण कराने के लिए अपना सहयोग देने की बात कही और उनके साथ अपने उद्यमिता विकास गतिविधियों के अनुभव साझा किए।
महाविद्यालय की प्राचार्य ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महाविद्यालय के सभी विद्वान प्रध्यापकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारीयों एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद का आभार व धन्यवाद व्यक्त किया और छात्र- छात्राओं को उद्यमिता के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कई सफल उदाहरणों को भी साझा किया और महाविद्यालय में एक कार्य संस्कृति विकसित करने पर जोर दिया जिससे आने वाले समय में महाविद्यालय से प्रतिभाएं निकलें।
इसके लिए महाविद्यालय बेहतर वातावरण तैयार कर रहा है। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य ने डॉ0 मधु बाला जुवाँठा,प्रशिक्षक महिपाल सिंह राणा, दिनेश पंवार व भुवन चंद्र को स्मृति चिन्ह भेंट किये।
कार्यक्रम समापन समारोह में छात्र छात्राओं ने अपने अनुभवों को साझा किया और कार्यक्रम के फीडबैक के बाद संक्षिप्त जलपान व दोपहर के भोजन के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।