राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट मे आज 26 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्रों के शहादत के याद में वीर बाल दिवस मनाते हुए एक संगोष्ठी का आयोजन डॉ प्राचार्य डॉक्टर अतुलचंद की अध्यक्षता में हुआ ।

जिसमें गुरु गोविंद सिंह और उनके पुत्रों के संघर्ष त्याग वीरता एवं बलिदान पर चर्चा हुई ।

कार्यक्रम का संचालन डॉ संदीप कुमार ने किया मुख्य अतिथि एलएसएम पीजी कॉलेज पिथौरागढ़ के डॉक्टर संजेश कुमार रहे।

मुख्य अतिथि का स्वागत वैज अलंकरण कर डॉ नवीन कुमार द्वारा किया गया डॉ संजेश कुमार द्वारा कहा गया कि गुरु गोविंद सिंह के वीर बालकों का त्याग और बलिदान अनुकरणीय है ।

डॉ संदीप कुमार द्वारा सिख धर्म की स्थापना और खालसा पंथ के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए गुरु गोविंद सिंह और उनके पुत्रों के बलिदान की गाथा रखी।

प्राचार्य डॉक्टर अतुल चंद ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा गुरु गोविंद सिंह और उनके चारों पुत्रों का बलिदान इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में अंकित है गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादे में दो साहिबजादे चमकौर के युद्ध में अजीत सिंह और जुझार सिंह धर्म की रक्षा के लिए शहीद हो गए ।

वहीं दो छोटे पुत्र जोरावर सिंह 9 साल के और फतेह सिंह 7 साल के नवाब वजीर खान के आगे ना तो झुक कर सलाम किया और ना ही इस्लाम धर्म कबूल किया ।

जिस कारण से वजीर खान ने उन्हें जीवित ही दीवार में चिनवा दिया इन छोटे बच्चों की शहादत ने सभी को व्यथित कर दिया और यह माना जाता है कि यह मुगलों के पतन का कारण भी बना आज हम सभी गुरु गोविंद सिंह और उनके सुपुत्रों के त्याग बलिदान को शत-शत नमन करते हैं ।

इसके साथ ही उन्होंने मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त किया और समस्त सहयोग करने वाले प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद प्रेषित किया ।

इसी क्रम में डॉक्टर नवीन कुमार सुश्री चंद्रा नबियाल आदि ने भी अपने विचार रखें इस अवसर पर छात्र संघ के समस्त पदाधिकारी श्री प्रताप सिंह बिष्ट श्री कवराज सिंह श्री सूरज कुमार कु ममता कु मनीषा कु सुचिता आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।

श्री विकेश सिंह श्री नक्षत्र पाठक श्रीमती आशा श्रीमती अनीता श्री मनोज कुमार श्री विकास सिंह आदि ने सहयोग किया।