‌‌राजकीय महाविद्यालय, मजरा महादेव, पौड़ी (गढ़वाल) में आज ‘मतदाता शपथ ‘ व ‘चित्रकला प्रतियोगिता’ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. के. सी. दुद्पुड़ी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि लोकतंत्र में मतदान का महत्त्व बहुत अधिक है। लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए मतदान ही एक अनूठा जरिया है, जिसमें जनता का मूल अधिकार होता है।

लोग मतदान के जरिए अपने प्रत्याशी को चुनते हैं। मतदान की प्रक्रिया की वजह से ही जनता का खुद का शासक चुना जाता है और वही शासन करता है। 26 जनवरी 1950 को भारत में संविधान लागू हुआ, उससे पहले देश ब्रिटिश सरकार के गुलाम था और ब्रिटिश सरकार से पहले देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं थी।

देश के राजाओं के द्वारा शासन चलाया जाता था और वहां पर सभी को समान अधिकार नहीं मिलता था। राजा के बेटे की राजा बनते थे। ऐसे में 26 जनवरी 1950 को जब देश में संविधान लागू हुआ तो देश में लोकतंत्रिक व्यवस्था लागू की गई।

जिसकी वजह से देश भर में हर आम आदमी को अपना शासक चुनने का अधिकार और हर आम आदमी को उम्मीदवार के रूप में खड़े होने का अधिकार है।

मंच का संचालन करते हुए ‘स्वीप’ के नोडल अधिकारी इंद्रपाल सिंह रावत ने कहा कि जनता के द्वारा अपने खुद के प्रतिनिधि को मतदान करके चुना जाता है। मतदान का महत्त्व जनता और प्रतिनिधि दोनों के लिए बहुत अधिक होता है।

इसके अलावा देश के लिए और देश के विकास के लिए भी मतदान का महत्त्व अधिक है। भारत जो विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। जहां हर व्यक्ति के 1 वोट का मुख्य योगदान रहता है, जो देश विकास के लिए और देश के शासन की दिशा को तय करने में जरूरी है।

क्योंकि शासक के बिना शासन चलाना संभव नहीं है और शासक का चयन जनता करती है। जनता के मध्य के योगदान से ही देश में शासक चुना जाता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था को मतदान के बिना कायम रखना संभव नहीं है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता के द्वारा ही हर शासक को चुना जाता है। कौन सत्ता में रहेगा, कौन जीतेगा और कौन नहीं जीतेगा। इनका निर्धारण जनता के द्वारा और देश के नागरिक के द्वारा किया जाता है।

मतदान का एक महत्त्व हर व्यक्ति को समझना चाहिए। हर व्यक्ति के पास अपने वोट की शक्ति को अपने देश के प्रति इस्तेमाल करना अनिवार्य है और इमानदारी के साथ अपने देश के ईमानदार और नेक शासक उम्मीदवार को वोट देकर उसे विजय बनाना चाहिए ताकि देश के विकास में सुधार आ सके और देश प्रगति की राह पर आगे बढ़ सके।

चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान लक्ष्मी व रश्मि( बी.ए चतुर्थ सेमेस्टर ), द्वितीय स्थान संतोषी व काजल (बी. ए. तृतीय वर्ष), तृतीय स्थान दीपा व रिंकी (बी.ए. चतुर्थ सेमेस्टर) की छात्रा ने प्राप्त किया।

स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान ‘ सपना नेगी’ ( बी.ए चतुर्थ सेमेस्टर ), द्वितीय स्थान ‘ममता’ (बी. ए. चतुर्थ सेमेस्टर ), तृतीय स्थान ‘रोशनी'(बी.ए. चतुर्थ सेमेस्टर) की छात्रा ने प्राप्त किया।


महाविद्यालय के प्राध्यापकों में आदित्य शर्मा, डॉ.दीपक कुमार, डॉ. चन्द्र बल्लभ नैनवाल, डॉ. प्रियंका भट्ट , डॉ. राकेश बिष्ट के साथ-साथ शिक्षणेतर कर्मचारी उदयराम पंत, विक्रम सिंह रावत, वीरेन्द्र सिंह, मनोज रावत ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रतिभाग किया।