नवल टाइम्स न्यूज़, 19 अप्रैल 2024 : आज राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा के द्वारा खरौलीवाल अस्पताल कोटा के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय की छात्राओं के लिए एक स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर चारू खरौलीवाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकांश लड़कियों में हीमोग्लोबिन की कमी देखी जाती है इसके अनेक कारण हो सकते हैं जैसे महावारी से संबंधित समस्याएं, आधुनिक जीवन शैली, पढ़ाई का तनाव, पोषण युक्त भोजन की कमी, अनुपयुक्त दिनचर्या इत्यादि।

यही कारण है कि किशोर और युवावस्था में स्वास्थ्य की उपेक्षा बढती उम्र में परेशानिया उत्पन्न करती हैं और विशेष रूप से प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में जटिलताएं पैदा करती है।

इसलिए यह जरूरी है कि लडकियां समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जाँच करवाए और खुद की सेहत पर भी ध्यान दे।

इसके लिए इस तरह के स्वास्थ्य शिविर विद्यालय, समाज औरर राज्य के द्वारा आयोजित होते रहने चाहिए. लड़कियों में शिक्षा का स्तर बढ़ने के बावजूद आज भी इस दिशा में बहुत प्रयास करने की जरुरत अनुभव होती है।

स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता प्रत्येक मनुष्य के लिए जरूरी है लेकिन भारतीय संस्कृति में क्योंकि प्रारंभ से ही महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा करना सिखाया जाता है इसलिए उनके लिए इस तरह के कैंप द्वारा जागरूकता का प्रचार प्रसार करना ज्यादा जरूरी है।

इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि महिलाएं भावी पीढ़ी को जन्म देती है और एक स्वस्थ पीढ़ी के विकास के लिए जरूरी है कि महिलाएं स्वयं भी स्वस्थ रहें।

डॉ. ज्योति सिडाना ने बताया कि डॉक्टर चारू पिछले कुछ सालों से महाविद्यालय में छात्राओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए निशुल्क स्वास्थ्य कैंप आयोजित करती आई हैं। उनका यह प्रयास आज के उपभोक्तावादी समाज में एक सराहनीय कदम कहा जा सकता है।

डॉ सिडाना ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि स्वस्थ रहने के लिए सबसे बढ़िया दवा है हंसी, सबसे बढ़ी संपत्ति है बुद्धि, सबसे अच्छा हथियार है धैर्य और सबसे अच्छी सुरक्षा है विश्वास और मजे की बात यह है कि यह सब निशुल्क मिलती हैं। जरुरत है केवल स्वयं के लिए समय निकालने और एक नियमित जीवन शैली का पालन करने की।

शिविर में छात्राओं का रक्त परिक्षण किया गया और प्राप्त रिपोर्ट के अनुरूप डॉ. चारू ने उन्हें चिकित्सकीय सलाह और सुझाव दिए।

कार्यक्रम के अंत में डॉ. निधि मीणा और डॉ. प्रियंका वर्मा ने चिकित्सक टीम और छात्राओं का आभार व्यक्त किया।