राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग के भौतिक विज्ञान की प्राध्यापिका डॉ पारुल रतूड़ी ने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद में छह दिवसीय देवभूमि उद्यमिता योजना मेंटर प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

5 नवंबर 2023 से 10 नंवबर 2023 तक आयोजित 6 दिवसीय फैकल्टी मेंटल डेवलपमेंट कार्यक्रम में अहमदाबाद, गुजरात के भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। योजना का उद्देश्य उद्यमिता शिक्षा के साथ ही शिक्षित युवाओं को स्वरोजगार एवं उद्यमिता के क्षेत्र में कौशल संवर्धन एवं रोजगार हेतु प्रेरित करना है।

प्रशिक्षण के दौरान नवाचार, स्टार्टअप , उद्यमिता आइडियाज, समस्या का चुनाव, बिजनेस वैल्यू , ब्रांडिंग, फंडिंग, उद्यमिता शिक्षा, पर्सनेलिटी डेवलपमेंट, पिचिंग, उत्तराखंड में स्टार्ट अप, पर्यटन एवं उद्योग, छात्र उद्यमिता विषयों पर देवभूमि उद्यमिता योजना एवं इसके सशक्त क्रियान्वयन पर उद्यमिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए ।

प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी प्राध्यापकों द्वारा एक्शन प्लान तैयार कर प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया ।

भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के निदेशक प्रोफेसर शुक्ला, कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 द्विवेदी, डॉ0 अंजनी सिंह, डॉ निमिता एवं संस्थान के फैकल्टी एवं स्टार्टअप में कार्य कर रहे उद्यमियों द्वारा उद्यमिता एवं स्टार्टअप के व्यावहारिक प्रशिक्षण उद्यमिता एवं रोजगार पर विस्तार से समझाया गया।

उत्तराखंड राज्य के देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी डॉ दीपक पांडे ने बताया की योजना के पहले चरण में उत्तराखंड के 22 प्राध्यापकों ने अहमदाबाद में प्रशिक्षण प्राप्त किया एवम् अब प्रदेश के प्रत्येक महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता केंद्र की स्थापना होगी जिससे छात्र छात्राओं को उद्यमिता एवम् नवाचार के प्रति विस्तार से जानकारी प्रदान की जायेंगी।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात उच्च शिक्षा में अध्यनरत छात्र छात्राओं को उद्यमिता एवं रोजगार हेतु बूट कैंप के आयोजन के माध्यम से उद्यमिता के लिए प्रेरित किया जाएगा।

महाविद्यालय प्राचार्य प्रो प्रीति कुमारी ने बताया कि महाविद्यालय में शीघ्र ही उद्यामता केंद्र की स्थापना होगी एवम् डॉ पारुल का प्रशिक्षण अनुभव निश्चित रूप से देवभूमि उद्यमता केंद्र की प्रगति में लाभदायक सिद्ध होगा ।

इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों ने प्रसन्नता व्यक्त की ।