संजीव शर्मा,एनटीन्यूज़,16 सितंबर:  वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में आज प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) जी आर सेमवाल के द्वारा मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना (उच्च शिक्षा) समिति का गठन किया गया।

समिति के संयोजक के रूप में डॉक्टर एम एस पंवार एवं सदस्य डॉ विजय सिंह नेगी, डॉ दिलीप कुमार भाटिया, डॉ पूजा पालीवाल, डॉ नरेश सिंह चौहान,श्री शूरवीर दास एवं श्रीमती शीतल सदस्य के रूप में नामित किए गए। प्राचार्य द्वारा समिति को निर्देश दिया गया कि वह समस्त छात्र छात्राओं को इस योजना के अंतर्गत होने वाले प्रवेश एवं लाभ की जानकारी पहुंचाएं।

प्राचार्य द्वारा वेबसाइट समिति के संयोजक डॉ राकेश मोहन नौटियाल एवं सदस्य डॉ दीप्ति बगवाड़ी एवं डॉ आर पी बडोनी को निर्देशित किया गया कि वह महाविद्यालय की वेबसाइट में वात्सल्य योजना हेतु प्रवेश पंजीकरण का ऑप्शन जनरेट करें एवं वेब डेवलपर के साथ सामंजस्य बनाते हुए पंजीकरण मात्र वात्सल्य योजना के अंतर्गत होना सुनिश्चित करें। प्राचार्य द्वारा स्नातक प्रथम वर्ष प्रवेश समिति के संयोजक,कला वर्ग डॉ मुक्ता डंगवाल, विज्ञान वर्ग राखी डिमरी एवं वाणिज्य वर्ग डॉ विजय सिंह नेगी को आदेशित किया कि वे दिनांक 17 सितंबर 2021 से 19 सितंबर 2021 तक पोर्टल में प्रवेश पंजीकरण करा रहे छात्र छात्राओं का फार्म पूर्ण रूप से जांच कर 20 तारीख तक मेरिट निकालने का कार्य करें।

प्राचार्य द्वारा मीडिया के माध्यम से समस्त क्षेत्र के जन वासियों एवं गणमान्य प्रबुद्ध जनों से आग्रह किया है कि वह मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना (उच्च शिक्षा) के अंतर्गत आने वाले अर्ह अभ्यर्थियों को सूचना पहुंचाएं की जिन भी छात्र छात्राओं के अभिभावक या संरक्षक कोविड-19 के कारण गुजर चुके हैं एवं उनकी उम्र 21 साल से कम हो, ऐसे छात्र एवं छात्राएं अपनी उच्च शिक्षा की पढ़ाई अगर जारी रखना चाहते हैं तो वे महाविद्यालय की वेबसाइट www.gdcdakpathar.com मे जाकर 17 सितंबर से 19 सितंबर तक इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कर सकते हैं। उच्च शिक्षा का लाभ ऐसे सभी अर्ह प्रवेशर्थियों को निशुल्क दिया जाएगा, गणवेश, आर्थिक सहायता(1000 रु प्रति वर्ष) या छात्र निधि/ निर्धन छात्रवृति भी प्रदान की जाएगा। महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री मनमोहन सिंह एवं कर्मचारी वर्ग को भी निर्देशित किया गया है कि छात्र हित को ध्यान में रखते हुए इस योजना को गांव-गांव तक जरूरतमंद छात्र-छात्राओं तक पहुंचाने का काम करें।