• दूसरी शादी करने के बाद गृहस्थी के झगड़ों से परेशान महिला ने अपने दोनों बच्चों को छोड़ दिया था लावारिस
  • 3-4 वर्ष के भाई बहन दर-दर ठोकरें खाने को हो रहे थे मजबूर, भूखे-प्यासे रहकर अपनी मां को कर रहे थे तलाश
  • ऑपरेशन स्माइल टीम की कड़ी मेहनत रंग लायी, बच्चों की मां अपने किए पर मांग रही है माफी
  • लगातार प्रयास के पश्चात टीम ने खोजे परिजन, बाल कल्याण समिति के आदेश पर किया परिजन के सुपुर्द

मुख्यालय स्तर पर चलाए जा रहे ऑपरेशन स्माइल 2023 के तहत A.H.T.U. टीम (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) ने दिनांक 30/09/2023 को रोडीबेल वाला चौकी क्षेत्रान्तर्गत स्थित पार्किंग से लावारिस अवस्था में बालक व बालिका को घुमते हुए पाया।

पूछने पर दोनों बच्चों ने अपना क्रमशः मनीष पुत्र स्वर्गीय मोहित उम्र 4 वर्ष व देविका पुत्री स्वर्गीय मोहित उम्र 3 वर्ष बताया व जानकारी दी की वह दोनों भाई-बहन अपनी माता को तलाश रहे हैं।

A.H.T.U. के सदस्यों द्वारा आसपास तलाश के प्रयास किए गए लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी बच्चों की मां के बारे में कोई जानकारी न मिल पाने पर दोनों बच्चों को अग्रिम कार्यवाही करते हुए बाल कल्याण समिति हरिद्वार के आदेश पर खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में संरक्षण दिलवाया गया।

एवं DCRB सहरानपुर व SCRB लखनऊ उ0प्र0 को इन दोनो नाबालिक बच्चों की फोटो भेजकर शिनाख्त करने का आग्रह किया गया।

बच्चों द्वारा बताए गए “मुंझेड़ा “नामक ग्राम को ढूंढने हेतु मुजफ्फरनगर ,सहारनपुर ,बिजनौर एवं दिल्ली में ऑपरेशन स्माइल के तहत काम कर रही A.H.T.U. टीम हरिद्वार द्वारा तलाश एवं संपर्क अभियान चलाकर की जा रही कठिन परिश्रम व मेहनत के फलस्वरुप दिनांक 05.10.2023 की सायं आखिरकार टीम ने सफलता हासिल कर बच्चों के परिजनों को खोजने में कामयाबी हासिल की।

बच्चों के मामा निवासी ग्राम जट मंझेड़ा मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश द्वारा बताया गया कि बच्चों की माता के पूर्व पति मोहित का स्वर्गवास हो चुका है।

अभी दो माह पूर्व शिखा का दूसरा विवाह किया गया परंतु पारिवारिक झगड़ों के कारण उत्पन्न मानसिक दबाव के चलते बच्चो की माता शिखा उन्हे लावारिस हालत में हरिद्वार छोड़ गई।

दोनों बच्चों के बारे में परिजन द्वारा पूछने पर वह रोती रही और बच्चो को हास्टल छोड़ने की बात बोलती रही।

ऑपरेशन स्माइल टीम हरिद्वार द्वारा बच्चों के विषय में हकीकत बताने पर पूरी बात खुलकर सामने आयी। बालक बालिका के अत्यंत दयनीय स्थिति में आने जाने वाले यात्रियों से भिक्षा व भोजन मांगने व सड़क के किनारे फूटपाथ पर घूम कर अपनी माता को तलाश करने की जानकारी मिलने पर परिजन बेहद भावुक और हतप्रभ नजर आए।

महिला द्वारा अपनी गलती स्वीकार करने तथा परिजनों एवं ग्रामीणों द्वारा आग्रह करने पर बच्चों के परिजनों को हरिद्वार लाकर बाल कल्याण समिति हरिद्वार के आदेश पर काउंसलिंग के उपरांत दोनों बच्चों को परिजनों के सपुर्द किया गया।

अपनी गलती पर शर्मिंदा मां ने भूल सुधारने का मौका देकर बच्चे सकुशल वापस लौटाने पर उत्तराखंड पुलिस की ऑपरेशन स्माइल टीम हरिद्वार का आभार जताया तथा वादा किया कि कभी भी भविष्य में वह ऐसी गलती नही दौहराएगी।

ऑपरेशन स्माइल टीम हरिद्वार

1.SI जयवीर सिंह रावत,  2.SI किरण गुसाई, 3.हेडoकाoराकेश कुमार , 4. कांo चाo दीपक चन्द, 5.कॉन मुकेश कुमार, 6. कॉन विमल कुमार, 7.काo बलवंत