हरिद्वार: दुल्हन अपने सगे संबंधियों सहित दुल्हे का इंतजार करती रहीं, किन्तु दुल्हा बारात लेकर नहीं आया। दुल्हे के बारात लेकर ना आने का कारण कन्या पक्ष की ओर से दहेज की मांग पूरी नहीं ना होना बताया गया है। मामला ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र का है।

मिली जानकारी के मुताबिक गुफरान अहमद उर्फ पप्पू निवासी मोहल्ला कड़च्छ अहबाबनगर ने इस मामले में ज्वालापुर कोतवाली में शिकायत की है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी सानिया का रिश्ता रईस अहमद उर्फ शकील अहमद निवासी मल्लूपुरा मुजफ्फरनगर के पुत्र दानिश अब्बासी से हुआ था। बीते साल 23 अगस्त को आशियाना होटल सराय रोड में सगाई हुई थी। इस दौरान उपहार के तौर पर उन्होंने दूल्हे और संबंधियों को लाखों रुपए नगद एवं सोने के जेवरात भी दिए थे।

सगाई के बाद 22 जनवरी को शादी की तारीख तय की गई थी, लेकिन शादी से पहले ही रईस अहमद ने स्कूटर की मांग की, जिसके बाद उन्होंने बिचौलिए के खाते में 1 लाख 10 हजार रुपये डलवाए। जबकि रईस को नगद 15 लाख रुपये घर बुलाकर दिए।

आरोप है कि लड़के वालों ने शादी से पहले कार की मांग की। लड़की की इज्जत के खातिर परिजनों ने कार देने पर भी सहमति जता दी, लेकिन शादी से एक दिन पहले लड़के वाले दहेज में इनोवा कार की मांग करने लगे। शादी के लिए रुड़की का बैंकेट हॉल बुक करा दिया गया था, लेकिन 22 जनवरी को रईस अहमद अपने बेटे की बारात लेकर नहीं पहुंचे। परिवार और रिश्तेदार इंतजार करते रह गए।

आरोप है कि लड़के पक्ष से फोन पर बात की, लेकिन उन्होंने इनोवा क्रिस्टा कार की मांग पूरी होने पर ही बारात लेकर आने की बात कही।

ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि आरोपी रईस अहमद उर्फ शकील अहमद, उसके पुत्र दानिश अब्बासी, सुहेल उर्फ जुबी, सिंकदर, सद्दाम, नसीर अहमद, अनीश अहमद और बिचौलिया रईश अहमद के खिलाफ धोखाधड़ी और दहेज उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।