संजीव शर्मा,हरिद्वार: मनमानी दुकानों से महंगे पाठ्यक्रम खरीदने को मजबूर अभिवावक , एन सी ई आर टी की जगह प्राइवेट पब्लिकेशन की चार गुनी महंगी पुस्तके लगा रहे निजी स्कूल।
फीस वृद्धि के मानक के विपरीत कई गुना फीस बड़ा रहे कुछ निजी स्कूल। शिक्षा निर्देशक, मुख्य सचिव , हरिद्वार सिटी मजिस्ट्रेट को लिखा पत्र अभिवावको का शोषण करने वाले निजी स्कूलों पर हो कार्यवाही।
महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने शिक्षा निर्देशक को पत्र लिखकर उनकी प्रतिलिपि सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार, शिक्षा विभाग हरिद्वार अधिकारियों को प्रेषित करते हुए निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की।
सेठी ने बताया कि प्रशासन के अधिकारियों की चुनाव में व्यस्तता का फायदा उठाते हुए निजी स्कूलों ने इस बार हदे पार कर दी है जिसके कारण अभिभावक परेशान है महंगी पुस्तके एक ही निजी दुकान से महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर हैं।
लिस्ट ओपन कर सभी दुकानदारों पर पुस्तके उपलब्ध नहीं है साथ ही कुछ स्कूलों द्वारा एन सी ई आर टी की जगह कई गुना महंगी प्राइवेट पुस्तके लेने को अभिवावकों को मजबूर किया जा रहा है जो शिक्षा अधिनियम का उलंघन है।
कुछ स्कूलों द्वारा नियमो का उलंघन करते हुए स्कूल परिसर में काउंटर लगा पुस्तके बेची जा रही है।
सुनील सेठी ने बताया कि कुछ स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि को बिना मापदंड अनावश्यक बढ़या जा रहा है जिसको लेकर अभिवावकों में रोष है इसलिए अभिवावकों का शोषण रोकते हुए ऐसे निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग को कार्यवाही करनी चाहिए जो शिक्षा अधिनियम का उलंघन करते हुए शिक्षा का व्यवसाईकरण कर रहे है।
मांग करने वालो में महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चोरसिया, महामंत्री नाथीराम सैनी,वरिष्ट उपाध्यक्ष पंकज माटा, प्रीत कमल,उपाध्यक्ष सुनील मनोचा, सोनू चौधरी,अनिल कोरी, एस एन तिवारी, राकेश सिंह, अजितेश कुमार,दीपक कुमार,राहुल शर्मा रहे।