मेरी भाषा मेरा गौरव 

14 सितम्बर 2023

भारत वर्ष की है भाषा हिन्दी ।

जन जन की है आशा हिन्दी ।।

लेटर केपिटल स्माल नहीं यहाँ ,

आधे को सम्हाले पूरा अक्षर ।

निज स्वाभिमान जगाती हिन्दी ।

भारत वर्ष की है भाषा हिन्दी ।

भारतेंदु प्रसाद प्रेमचन्द की भाषा ।

तुलसी सूर कबीर की अभिलाषा ।

 

भारत की जनता की बोली ।

हिन्दी की उप भाषा व बोली ।।

संस्कृत ,आग्ल ,अरबी फारसी ,

शब्द बने हिंदी के सारथी।।

 

वेद पुराण गीता ,

हिन्दी में सुन खुश होते नारायण ।।

 

गीत, भजन, छंद ,दोहा, चौपाई ।

गाकर भक्त जनों ने मुक्ती पाई ।।

मत करना हिंदी का अपमान ।

हिन्दी हैं जन जन का अभिमान ।।

लोकतंत्र की है भाषा हिंदी ।

भारत मां के मस्तक की बिंदी ।।

द्वारा:-

देवेंद्र कुमार सक्सेना, तबला वादक, संगीत विभाग, राजकीय कला कन्या महाविद्यालय ,कोटा