हिन्दी दिवस पर विशेष

निज राष्ट्र भाषा हैं हिन्दी,

आओ इसको प्यार करो।

अभिव्यक्ति में प्रयोग करो तुम ,

मत इस पे अत्याचार करो।

कई कवियों ने संघर्षों से,

इसको पाला पोषा हैं ।

पराधीन भारत में इसको , अंग्रेजों से कोषा हैं ।

कवियों ने भी जान लुटा दी,

अपनी जन गण वाणी हिन्दी को,

आओ नया इतिहास बनाओ,

प्रयोग करो सब हिन्दी को ।

लोकतंत्र की चिन्गारी जो,

इस भाषा ने फूंकी थी।

बड़े-बड़े बलिदानों से इसकी,

लंबी ज्वालायें उठ रही थी।

उन बलिदानों की तुम मिलकर ,

अब ये अमर कहानी करो,

अभिव्यक्ति में प्रयोग करो तुम,

मत इस पर अत्याचार करो।

प्रसाद,पंत,निराला,मुंशी की,

अप्रतिम रचनाओं में ,

भारतेन्दु ,तुलसी ,मीरा के ,

दोहे,व कवितावलियों में।

अंग्रेजों को धूल चटा दी,

महान् साहित्यकारों ने।

राष्ट्रभाषा हिन्दी को पाकर ,

मान बढ़ाया अधिकारों में।

मन आँगन में लहर उठी हैं ,

छटा बढ़ा दी बहारों की।अभिव्यक्ति में प्रयोग करो तुम,

मत इस पर अत्याचार करो।

 

आप सभी को हिन्दी दिवस की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई और शुभकामनायें।आइये हम सभी भारतीय हमारी राष्ट्रभाषा का मान बढ़ायें।

द्वारा:-  अंतिमा कुमारी”अनन्त”