आज दिनांक 9 नवंबर 2023 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर ओंकरानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में राष्ट्रीय सेवा योजना, सांस्कृतिक परिषद और नमामि गंगे कार्यक्रम के संयुक्त तत्वाधान में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।
नमामि गंगे की तरफ़ से विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए ।
पोस्टर प्रतियोगिता में साक्षी (प्रथम), ज्योति एवं करिश्मा (द्वितीय) , रिया एवं मुस्कान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । चित्रकला प्रतियोगिता में संजय भट्ट (प्रथम), मुस्कान (द्वितीय) , रुक्मा (तृतीय) एवं प्रिया नें चतुर्थ स्थान प्राप्त किया।
निबंध प्रतियोगिता (“उत्तराखण्ड के विकास में पर्यटन की भूमिका”) में साक्षी (प्रथम), शिवानी (द्वितीय), नीलम (तृतीय) स्थान पे रहें।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में काजल, रुक्मा एवं सुखदेव (तृतीय) ने ‘उत्तराखण्ड मेरी मातृभूमि ‘ गढ़वाली गीत प्रस्तुत किया । शीला नें ‘ सर सर घूमे दे घाघरी’ गीत पर, उन्नति ने ‘मैं पहाड़न ‘ (द्वितीय), नेहा नें ‘ अब लगलू मण्डान’ एवं अक्षरा (प्रथम) गढ़वाली गीतों के मेश अप पर मनमोहक एकल नृत्य प्रस्तुत किये।
कामिनी, प्रीति, अक्षरा, शिवानी, आँचल एवं किरण नें ‘लागी तै ऊँचा कैलाशा’ गीत पे सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया । काजल एवं मंजु नें ‘ किंगारि का झाला घुघुति’ गीत पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। डॉ नौड़ियाल नें उत्तराखण्ड को आध्यात्म और संस्कृति का मुख्य केंद्र बताते हुए कहा की किस तरह वैश्विक स्तर पर किस प्रकार उत्तराखण्ड अपनी अमिट पहचान बनाये हुए हैं ।
तत्पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्य प्रों प्रीति कुमारी नें छात्र- छात्राओं को उत्तराखण्ड स्थापना दिवस की बधाइयाँ दी एवं छात्र-छात्राओं की प्रस्तुतियों को बेहद सराहा। राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ॰ दिनेश टम्टा ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
मंच का संचालन डॉ0 सृजना राणा द्वारा किया गया । समस्त वक्ताओं द्वारा अपना वक्तव्य तथा कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन राज्य की आंचलिक बोली गढ़वाली में किया गया।