December 22, 2025

Naval Times News

निष्पक्ष कलम की निष्पक्ष आवाज

महिला महाविद्यालय हल्द्वानी में धूमधाम से मनाया राज्य स्थापना दिवस, परंपरागत पकवानों की खुशबू एवं लोक संस्कृति की दिखी झलक

Img 20231109 Wa0027

आज दिनांक 09 नवम्बर 2023 को इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय हल्द्वानी में उत्तराखण्ड के स्थापना दिवस पर उत्तराखंडी भोज्य पदार्थों का मेला लगाकर एवं एनएसएस इकाईयों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर धूमधाम से मनाया गया।

मेले का आयोजन नवाचार क्लब एवं गृहविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुऐ प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज की पीढ़ी को परम्परागत उत्तराखंडी भोजन के प्रति रुचि विकसित करने में मदद करके राज्य की संस्कृति को जीवित रखना इसका मुख्य उद्देश्य है।

आयोजक सचिव डॉ0 रितुराज पंत ने कहा कि उत्तराखंडी फसलों में विशेष रूप से झंगोरा, मडुआ, लाल भात जो आज विभिन्न रोगों में वरदान साबित हो रहे हैं उनकी खेती को बढ़ावा देना एवं इनको स्वरोजगार इसे जोड़ने का प्रयास किया गया है।

मेला समन्वयक एवं गृह विज्ञान विभाग प्रभारी डॉ0 विद्या कुमारी ने कहा कि हमारी देवभूमि का पारंपरिक भोजन विभिन्न पोषक तत्वों से परिपूर्ण है और स्वस्थ्य तन में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है अतः इसको वरदान के रूप में लिया जा सकता है।

मेले में छात्राओं द्वारा पहाड़ी मिठाई, आलू रायता, पुवे, सिंगल, भट्ट के डूपके, चुटकानी, छोले ,नींबू सान, लाल चावल की खीर, झंगोरे की खीर, मडूआ की मठरी, खजुरे, रोटी, बड़े, पहाड़ी घी, भांग की चटनी, पालक का कापा आदि उत्तराखंडी व्यंजन बनाए।

वहीं एनएसएस की इकाईयों द्वारा स्थापना दिवस के अवसर पर एक नियमित शिविर के साथ ही साथ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जिसमें प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित ने छात्राओं को उत्तराखंड राज्य बनाने हेतु शहीदों द्वारा किए गए संघर्ष को बताते हुए युवाओं की इसे बेहतर से बेहतरीन बनाने में क्या अहम भूमिका होनी चाहिए इस पर प्रकाश डाला।

साथ ही छात्राओं को अपनी संस्कृति को जीवंत रखते हुए इसे आने वाली पीढियां को हस्तांतरण करने का आवाहन किया। एनएसएस प्रभारी डॉ0 ललिता जोशी ने स्वयंसेवियों को उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास में महिलाओं की अहम भूमिका एवं योगदान को बताते हुए उत्तराखंड की संस्कृति को और आगे ले जाने हेतु प्रेरित किया।

कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 रितुराज पंत ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उत्तराखंड वासियों की प्रमुख भूमिका का उल्लेख करते हुए उनके स्वर्णिम योगदान से सभी युवा छात्राओं को परिचित कराया।

इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा एकल नृत्य, समूह नृत्य, गायन, स्वरचित कविता, भाषण एवं कुमाऊनी गीतों की प्रस्तुति की गई। इस अवसर पर डॉ0 गीता पंत, डॉ0 नीता साह डॉ0 संजू आदि उपस्थित रहे।

About The Author