पौड़ी गढ़वाल, मजरा महादेव: राजकीय महाविद्यालय, मजरा महादेव में आज ‘राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन’ ‘जल शक्ति मंत्रालय’ भारत सरकार के तत्त्वाधान में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत (दिनांक 16 मार्च से 31 मार्च तक) ”गंगा स्वछता पखवाड़ा” में ‘चित्रकला’ व ‘निबंध लेखन प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. के. सी. दुद्पुड़ी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए चित्रकला के महत्त्व को प्रतिपादित किया। तथा उसके उपयोगिता के विषय में बताते हुए कहा कि यह हमारी अमूर्त सोच और हमारी आशाओं, भय और सपने के साथ दुनिया के हमारे भौतिक अनुभवों को विलीन करता है।
इन कारणों से चित्रकारी मुख्य रूप से महत्त्वपूर्ण है। यह अस्तित्व की स्थिति हमारी वास्तविकता का एक उत्पाद है। यदि हम बुद्धिमान, सौंदर्यपूर्ण रूप से इच्छुक भौतिक पदार्थों के बिना जीवन के रूप में अस्तित्व में थे, तो मेरा मानना है कि कला हमारे चित्रों के समान ही एक अन्य रूप में मौजूद होगी।
मंच का संचालन करते हुए डॉ. चन्द्र बल्लभ नैनवाल ने निबंध लेखन के महत्त्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि निबंध आपके विचारों, राय और तर्कों को व्यक्त करने का एक महत्त्वपूर्ण उपकरण है।
यह किसी दिए गए विषय पर अपने ज्ञान और समझ को प्रदर्शित करने का भी एक शानदार तरीका है। हालाँकि, उत्तम निबंध लिखना हमेशा आसान नहीं होता है।
‘चित्रकला’ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सपना (बी.ए. चतुर्थ सेमेस्टर) द्वितीय स्थान जूना (बी.ए. द्वितीय सेमेस्टर) तृतीय स्थान नीलम (बी.ए. तृतीय वर्ष) ने प्राप्त किया।
‘निबंध लेखन प्रतियोगिता’ प्रथम स्थान कांति(बी.ए. चतुर्थ सेमेस्टर) द्वितीय स्थान नंदी (बी.ए. तृतीय वर्ष) तृतीय स्थान संतोषी व दीपा रावत(बी.ए. तृतीय वर्ष) ने प्राप्त किया।
महाविद्यालय के प्राध्यापकों में आदित्य शर्मा, इंद्रपाल सिंह रावत, डॉ दीपक कुमार, डॉ प्रियंका भट्ट, डॉ. राकेश बिष्ट के साथ-साथ शिक्षणेतर कर्मचारी उदयराम पंत, विक्रम सिंह रावत, वीरेन्द्र सिंह, गुलाब सिंह , मनोज रावत ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रतिभाग किया।